Gold price falls : सोने की कीमत में गिरावट, फटाफट जान लो आज का भाव, जी हाँ, एक दिन पहले सोने में गिरावट देखी गई और यह गिरकर 96011 रुपये प्रति 10 ग्राम पर आ गया. हर बार अक्षय तृतीया पर सोने में तेजी के उलट इसके दाम में इस बार गिरावट क्यों देखी जा रही है?
पिछले कुछ दिन सुबह को सोने का रेट कुछ और शाम को कुछ और… कहने का मतलब है पीली धातु के दाम तेजी से चढ़कर एक लाख रुपये के रिकॉर्ड लेवल पर पहुंच गए. लेकिन पिछले दिनों सोने में गिरावट देखी गई और अब तेजी का सिलसिला भी नहीं देखा जा रहा. इंडियन बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन (IBJA) के अनुसार मंगलवार शाम को कीमत गिरकर 96011 रुपये प्रति 10 ग्राम पर आ गई. ग्लोबल मार्केट में भी सोने की कीमत में करीब 1% की गिरावट आई है. स्पॉट गोल्ड 0.8% गिरकर 3,314.99 डॉलर प्रति औंस और यूएस गोल्ड फ्यूचर्स 0.7% गिरकर 3,325.10 डॉलर प्रति औंस पर आ गया.
सोने की कीमत में गिरावट, फटाफट जान लो आज का भाव
जानकारों का कहना है कि दुनियाभर में व्यापार तनाव कम होने और बाजार की स्थिति बेहतर होने का असर सोने पर देखा जा रहा है. आज अक्षय तृतीया का त्योहार है, इस मौके पर सोने की खरीदारी को शुभ माना जाता है. हर बार अक्षय तृतीया के करीब आने पर सोने की कीमत में इजाफा देखने को मिलता था. लेकिन कल मंगलवार को कीमत में गिरावट देखी गई. दुकानदारों का कहना है कि कीमत एक लाख रुपये के करीब पहुंचने से खरीदारी में गिरावट देखने को मिल सकती है. लेकिन दूसरी तरफ जानकारों का यह भी कहना है कि सोने के दाम में और इजाफा नहीं देखा जाएगा और यह अब नीचे आ सकता है. जानिए क्यों?
सोने की कीमत में गिरावट क्यों?
सोने की कीमत में गिरावट का मुख्य कारण ग्लोबल ट्रेड की स्थिति में सुधार है. अमेरिका के ट्रेजरी सचिव स्कॉट बेसेंट ने हाल ही में कहा कि भारत समेत कई बड़े ट्रेडिंग पार्टनर ने अमेरिकी टैरिफ से बचने के लिए मजबूत प्रस्ताव दिए हैं. उन्होंने कहा कि भारत के साथ जल्द ही ट्रेड एग्रीमेंट हो सकता है. इसके अलावा चीन ने भी कुछ अमेरिकी सामान पर टैरिफ हटाने का फैसला किया है, यह भी तनाव कम करने की दिशा में बड़ा कदम है. अमेरिका की तरफ से भी ऑटो टैरिफ का असर कम करने का संकेत दिया गया है.
रूस-यूक्रेन समझौते की संभावना से सुधरेगा बाजार!
एलकेपी सिक्योरिटीज के जतिन त्रिवेदी ने बताया, ‘अमेरिका कई देशों के साथ टैरिफ को लेकर बातचीत कर रहा है. इसके अलावा चीन-अमेरिका ट्रेड एग्रीमेंट की उम्मीद बढ़ी है. रूस-यूक्रेन शांति समझौते की संभावना से भी सोने की मांग कम होने की उम्मीद है.’ बाजार का ट्रेंड है जब व्यापार तनाव कम होता है तो निवेशक सोने से पैसा हटाकर दूसरी संपत्तियों में लगाते हैं.
इससे सोने की मांग कम होती है और कीमतें गिरती हैं. जानकार कहते हैं पहले ग्लोबल रिसेशन और अनिश्चितता के डर से सोने की कीमत 3,500.05 डॉलर प्रति औंस के रिकॉर्ड लेवल पर पहुंच गई थीं. लेकिन अब स्थिति में सुधार होने से निवेशक बेहतर रिटर्न के लिए दूसरे विकल्प चुन रहे हैं.
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