पैरों के लिए काला धागा: कई लोगों का मानना है कि पैरों में काला धागा बांधने से बुरी आत्माएं दूर रहती हैं। कुछ लोग कहते हैं कि इससे शारीरिक समस्याओं से भी राहत मिलती है। हालाँकि, कई लोगों के मन में यह सवाल भी होता है कि क्या यह काला धागा आँखों की रोशनी को नुकसान पहुँचा सकता है। आइए, इन मान्यताओं के पीछे छिपे तथ्यों को जानें।
काला धागा सुरक्षा: हमारे पूर्वजों का मानना था कि पैरों पर काला धागा बांधने से बुरी नज़र और बुरी शक्तियों के प्रभाव से सुरक्षा मिलती है। यह शनि दोष से पीड़ित लोगों के लिए विशेष रूप से लाभकारी माना जाता है। माना जाता है कि काले रंग में नकारात्मक ऊर्जा को दूर भगाने की शक्ति होती है।
कैसे बांधें: ऐसा कहा जाता है कि महिलाओं के लिए बाएं पैर में और पुरुषों के लिए दाएं पैर में काला धागा बांधना शुभ फल देता है।इसके अलावा, इसे शनिवार या अमावस्या के दिन बांधना बहुत शुभ माना जाता है।
शारीरिक लाभ: कई लोग कहते हैं कि पैर में काला धागा बाँधने से नसों का दबाव, घुटनों का दर्द या पैरों का दर्द कम होता है। कुछ लोग धागे में छोटी-छोटी स्टील की गेंदें या पूजा की वस्तुएँ बाँधते हैं। ये शरीर के तापमान को नियंत्रित करने और रक्त संचार को बेहतर बनाने में मदद करती हैं।
बच्चों के लिए लाभ: ऐसा माना जाता है कि यदि कोई बच्चा बार-बार बीमार रहता है या बहुत रोता है, तो उसके पैरों में काला धागा बांधने से लाभ होगा।
क्या इससे दृष्टि हानि होती है?: किसी भी वैज्ञानिक शोध ने यह साबित नहीं किया है कि पैर पर काला धागा बांधने से दृष्टि हानि होती है। यह सिर्फ़ एक सांस्कृतिक मान्यता है। इसका कोई चिकित्सीय आधार नहीं है।
चिकित्सीय सलाह ज़रूरी: अगर किसी को भी लगे कि उसकी आँखों की रोशनी कम हो रही है, तो तुरंत किसी नेत्र रोग विशेषज्ञ से सलाह लेना ज़रूरी है। काले धागे को दोष देने से बेहतर है कि आँखों का ध्यान रखा जाए और उचित उपचार लिया जाए। ये धारणाएँ व्यक्तिगत मान्यताओं पर आधारित हैं। लेकिन किसी भी स्वास्थ्य समस्या के लिए चिकित्सीय सलाह लेना ही सबसे अच्छा है।