SIM Card : Jio, Airtel, Vodafone यूजर्स के लिए समय समय नियमों में बदलाव होता रहता है। अब एक बार फिर ऐसा ही देखने को मिल रहा है जब कंपनी की तरफ से नियमों में कुछ बदलाव किए गए हैं। दरअसल TRAI ने इसको लेकर बड़ा फैसला लिया है। अब इसका उद्देश्य फेक और स्पैम कॉल्स पर अंकुश लगाना है। साइबर क्राइम को देखते हुए TRAI ने इस फैसले को 1 सिंतबर से लागू करने का फैसला लिया है और इससे यूजर्स को भी काफी राहत मिलने वाली है। ऐसे में आपके लिए भी ये काफी फायदेमंद साबित हो सकता है। लेकिन उससे पहले 1 सितंबर से लागू होने वाले इस फैसले के बारे में आपको जान लेना चाहिए।
आज हम अपनी रिपोर्ट में इस फैसले के बारे में तो आपके चर्चा करेंगे, लेकिन साथ ही बताएंगे कि TRAI ने कुछ अन्य फैसले भी लिए हैं जो किसी भी कंपनी को परेशान कर सकते हैं। इसमें कई ऐसे भी फैसले हैं जो किसी भी को भी हैरान कर सकते हैं।
1 सितंबर से लागू होगा फैसला-
सरकार की तरफ से AI फीचर को जारी किया गया था, जिसका पूरा उद्देश्य था कि वह फेक और स्पैम कॉल की पहचान करेगी और इस पर अंकुश लगाएगी। लेकिन ये प्लान सही साबित होता नजर नहीं आ रहा है। TRAI ने अब कहा है कि जिस भी कंपनी के नंबर से फेक कॉल आएगी, इसके लिए उसे ही जिम्मेदार ठहराया जाएगा। उदाहरण के तौर पर अगर स्कैमर्स की तरफ से जियो के नंबर का इस्तेमाल कर फेक कॉल की जाएगी तो वही उसके लिए जिम्मेदार होगी।
टेलीकॉम कंपनियों पर नया नियम
किसी भी कस्टमर की तरफ से फेक कॉल की रिपोर्ट की जाती है तो ये टेलीकॉम कंपनी की जिम्मेदारी होगी कि वह इस पर तुरंत एक्शन ले। सरकारी कंपनी का कहना है कि अगर ऐसा भी कंपनियों की तरफ से किया जाएगा तो सीधे तौर पर फेक कॉल्स से निपटा जा सकता है। ट्राई ने स्कैमर्स को चेतावनी भी दे दी है। साथ ही कस्टमर्स को इसमें टारगेट नहीं करने के लिए कहा गया है। ये हर लिहाज से सही साबित होने वाला है।
हरकत में TRAI
TRAI यहीं तक नहीं रुकी, एजेंसी ने कहा कि कॉलिंग के दौरन कोई भी गलत जानकारी दी जाती है तो इसे भी फेक के श्रेणी में ही रखा जाए। क्योंकि अगर ऐसा किसी के द्वारा किया जाता है तो इसे भी टेलीकॉम रेगुलेशन का उल्लंघन ही माना जाएगा। ऐसे मुद्दों से निपटने के लिए टेलीकॉम कंपनियों को तुरंत एक्शन प्लान बनाने पर काम करना चाहिए। यदि कोई व्यक्ति नंबर लेने के बाद उसका इस्तेमाल टेलीमार्केटिंग के लिए करता है तो उसे भी तुरंत ब्लॉक कर दिया जाएगा। नंबर को सीधे तौर पर 2 साल के लिए ब्लैकलिस्ट किया जाएगा।
सरकार की नई सीरीज
सरकार की तरफ से इससे पहले नंबर की नई सीरीज भी लाई गई थी जिसकी शुरुआत 160 से हो रही है। दरअसल इसका उद्देश्य भी फाइनेंशियल फ्रॉड पर अंकुश लगाना था। इसके बावजूद भी कई यूजर्स को प्राइवेट नंबर से प्रमोशन कॉल्स आ रही थीं। ट्राई ने कहा कि वह अब खुद इसकी देखरेख करेगी और नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ तुरंत एक्शन भी लिया जाएगा। दरअसल इसका पूरा उद्देश्य फ्रॉड और स्पैम कॉल्स को रोकना है। ऐसे में जो भी यूजर्स प्राइवेट नंबर का इस्तेमाल करके प्रमोशनल कॉल्स कर रहे हैं तो उन्हें तुरंत इसे बंद कर देना चाहिए।
E-Verification को कर दिया था अनिवार्य
इससे पहले भी TRAI की तरफ कड़े फैसले लिए जा चुके हैं। TRAI ने नई सिम कार्ड के लिए E-Verification को भी अनिवार्य कर दिया था। यानी अब आपको सिम लेने के लिए ई-वेरिफिकेशन करवाना ही होगा। ये भी फेक और स्पैम कॉल्स को रोकने के उद्देश्य से फैसला लिया गया था। हालांकि अब जो फैसला लिया गया है, उससे उम्मीद की जा रही है कि ऐसी कॉल्स पर काफी अंकुश लगने वाला है।
Read Also:
- Fixed Deposit Update: FD कराने का बना रहे प्लान तो फटाफट करवालें, RBI जल्द घटा सकता है ब्याज दरें, जानें डिटेल्स
- Bank Holidays Alert: बड़ी खबर! आने वाले 15 दिनों में छह दिन बंद रहेंगे बैंक, बैंक जाने से पहले चेक करलें छुट्टियों की लिस्ट
- WhatsApp के प्रोफाइल सेक्शन पर बड़ा अपडेट? यूजर्स के लिए नया फीचर