How to lose belly fat: एक स्टडी में ये बताया है कि ब्रोकली में कुछ विशेष यौगिक होते हैं, जो छोटी आंत की लाइनिंग के लिए सुरक्षा कवच का काम करते हैं और बीमारी को रोकने में मदद करते हैं।
अक्सर कुछ गंभीर बीमारियों में डॉक्टर्स हरी सब्जियां खाने की सलाह देते हैं लेकिन कौन सी हरी सब्जी ज्यादा फायदेमंद है, इसका पता ही शायद ज्यादातर लोगों को हो। लेकिन हाल ही में एक नए शोध में इस बात का खुलासा हुआ है कि पत्तेदार सब्जियां न सिर्फ डायबिटीज बल्कि कैंसर के खतरे को कम करने का काम करती हैं।
पेन स्टेट के शोधकर्ताओं ने हाल ही में एक स्टडी में ये बताया है कि ब्रोकली में कुछ विशेष यौगिक होते हैं, जो छोटी आंत की लाइनिंग के लिए सुरक्षा कवच का काम करते हैं और बीमारी को रोकने में मदद करते हैं। हालांकि ये स्टडी चूहों पर हुई है। इस स्टडी के नतीजे ये दर्शाते हैं कि ब्रोकली असल में एक सुपरफूड है।
क्यों अच्छी है ब्रोकली
जर्नल लैबोरेटरी इंवेस्टीगेशन में प्रकाशित इस स्टडी के लेखक गैरी पैरड्यू ने पेन स्टेट के एग्रीकल्चर साइंसेज में एच. थॉमस एंड डोरोथी विलिट्स हैलोवैल चेयर में कहा कि हम सभी जानते हैं कि ब्रोकली हमारे लिए अच्छी है लेकिन क्यों? जब हम ब्रोकली खाते हैंतो हमारे शरीर में क्या होता है?
हमारे शोधकर्ताओं ने इस बात का पता लगाने की कोशिश की कैसे ब्रोकली और दूसरे फूड्स चूहों के साथ-साथ इंसानों के लिए फायदेमंद हो सकते हैं।
स्टडी में इस बात के पुख्ता सबूत मिले हैं कि पत्तेदर सब्जियां जैसे ब्रोकली, गोभी और ब्रुसेल्स स्प्राउट एक नार्मल हेल्दी डाइट का हिस्सा होनी चाहिए।
आंतों के लिए हेल्दी ब्रोकली | healthy broccoli for intestines
पैरड्यू का कहा है कि दरअसल छोटी आंत की लाइनिंग ही जरूरी पानी और पोषक तत्वों को शरीर में भेजने का काम करती है लेकिन यही लाइनिंग खाने और बैक्टीरिया को रोकती है, जो कि नुकसान पहुंचाने का काम करते हैं। कुछ कोशिकाएं आंत का सुरक्षा कवच होती हैं जैसेः
1-एंटरोसाइट्सः ये पानी और पोषक तत्वों को अवशोषित करती है।
2-गोबलेट कोशिकाएंः ये आंतों की लाइनिंग पर एक सुरक्षात्मक लेयर का निर्माण करती है।
कैसे काम करती है ब्रोकली | how does broccoli work
इस स्टडी में शोधकर्ताओं ने पाया कि ब्रोकली में मौजूद मॉलीक्यूल, एर्रिल हाइड्रोकार्बन रिसेप्टर्स लिगैंड्स, एर्रिल हाइड्रोकार्बन रिसेप्टर्स को बांध कर रखते हैं। ये एक प्रकार का प्रोटीन है, जो कि ट्रांसस्क्रिप्शन कारक के रूप में जाना जाता है। ये कई प्रकार के काम को अंजाम देता है, जो कि हमारी आंतों की कोशिकाओं के कार्य करने की क्षमता को प्रभावित करते हैं।
चूहों पर हुई स्टडी | studies on rats
इस स्टडी को करने के लिए शोधकर्ताओं ने चूहों के एक समूह पर एक्सपेरिमेंट किया और उन्हें एक ऐसी डाइट दी, जिसमें 15 फीसदी तक ब्रोकली थी, जो कि इंसानों के करीब 3.5 कप के बराबर थी। वहीं एक और चूहों के समूह को आम डाइट दी गई, जिसमें ब्रोकली नहीं थी। उसके बाद उन्होंने चूहों के टिश्यू का विश्लेषण किया ताकि ये पता लगाया जा सकते कि किस समूह में एर्रिल हाइड्रोकार्बन रिसेप्टर्स सक्रिय हुए। साथ ही दोनों समूह में कौन-कौन से कोशिकाओं पर क्या-क्या प्रभाव दिखाई दिए।
रिसेप्टर्स कम करते हैं काम | receptors reduce work
शोधकर्ताओं ने ये पाया कि जिन चूहों ने ब्रोकली नहीं खाई थी उनमें एर्रिल हाइड्रोकार्बन रिसेप्टर्स गतिविधियों की कमी थी, जिसके परिणामस्वरूप आंतों के काम करने की क्षमता प्रभावित हुई और छोटी आंततक खाने के पहुंचने के समय में कमी आई। इसके अलावा गोबलेट सेल्स और प्रोटेक्टिव म्युक्स की संख्या में भी कमी आई है।
कई गंभीर खतरों से जुड़ा आंतों का स्वास्थ्य | Gut health linked to many serious risks
स्टडी में ये पाया गया कि, जिन चूहों ने ब्रोकली नहीं खाई उनकी आंतों का स्वास्थ्य कई तरीके से प्रभावित हुआ और कई गंभीर बीमारियों के खतरे से जुड़ा हुआ पाया गया।
पैड्रयू का कहना है कि ब्रोकली और दूसरे फूड्स को एर्रिल हाइड्रोकार्बन रिसेप्टर्स के नैचुरल सोर्स के रूप में खाया जा सकता है और एर्रिल हाइड्रोकार्बन रिसेप्टर्स से भरी हुई डाइट छोटी आंत को हेल्दी बनाए रखने में मदद करती है।