ind vs aus test : भारत की नई टेस्ट टीम में किसी भी खिलाड़ी को उप कप्तान नहीं बनाया गया। ओपनिंग बैटर केएल राहुल अब बतौर प्लेयर टीम में रहेंगे। ऐसे में उनके प्लेइंग-11 में बने रहने की उम्मीदें भी कम हो गई हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, कप्तान रोहित शर्मा टीम का नया उप कप्तान चुनेंगे।
आगे स्टोरी में हम जानेंगे कि टेस्ट टीम में कौन से प्लेयर्स उप कप्तान की भूमिका में आ सकते हैं। साथ ही जानेंगे कि प्लेइंग-11 में राहुल की जगह कौन ले सकता है।
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केएल राहुल को क्यों नहीं समझा जा रहा है उपकप्तान लायक
केएल राहुल को दिसंबर 2021 में टेस्ट टीम का उप कप्तान बनाया गया। उन्होंने 3 बार टीम की कप्तानी भी की। 2 में जीत और एक में हार मिली। लेकिन इन टेस्ट में राहुल अपनी बैटिंग से कुछ खास प्रदर्शन नहीं कर सके। पिछलीं 9 पारियों में 23 रन उनका बेस्ट स्कोर रहा। इस दौरान उन्होंने 8, 12, 10, 22, 23, 10, 2, 20, 17 और एक रन के स्कोर बनाए हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, बैटिंग में उनके खराब प्रदर्शन को देखते हुए सेलेक्शन कमेटी ने उनसे उप कप्तान का पद छीना है। ताकि ओपनिंग पोजिशन पर रोहित शर्मा के साथ किसी और को मौका दिया जा सके।
जानिए राहुल नहीं तो प्लेइंग-11 में कौन?
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज के 2 मैच खत्म हो चुके हैं। इनमें राहुल ने 20, 17 और एक रन के स्कोर बनाए। तीसरा टेस्ट एक मार्च और चौथा टेस्ट 8 मार्च को खेला जाएगा। अगर राहुल प्लेइंग-11 में नहीं चुने गए तो उनकी जगह शुभमन गिल से ओपनिंग कराई जा सकती है। क्योंकि भारत के मौजूदा स्क्वॉड में गिल को ही टेस्ट में ओपनिंग का अनुभव है।
जानिए क्यों एक्सपर्ट्स ने किया राहुल का विरोध
एक ओर सेलेक्शन कमेटी ने राहुल से उप कप्तान का पद छीन लिया तो दूसरी ओर सोशल मीडिया पर फैंस और एक्सपर्ट्स खराब फॉर्म के बाद राहुल को टीम से बाहर करने की मांग कर रहे हैं।
भारत के पूर्व तेज गेंदबाज वेंकटेश प्रसाद ने राहुल के खराब फॉर्म पर कई ट्वीट तक कर डाले थे। उन्होंने कहा कि राहुल की जगह मयंक अग्रवाल, अजिंक्य रहाणे, शिखर धवन या शुभमन गिल को मौके दिए जाने चाहिए।
द्रविड़ और रोहित ने किया बचाव
इन सब के बीच कप्तान रोहित शर्मा और हेड कोच राहुल द्रविड़ ने राहुल की बैटिंग का बचाव किया। रोहित ने कहा कि खराब फॉर्म हर खिलाड़ी के करियर में आता है। राहुल ने विदेश में कई शतक जड़कर खुद को साबित किया है। अगर किसी खिलाड़ी में क्षमता होती है तो टीम मैनेजमेंट उन्हें मौके देती है। ऐसा सिर्फ केएल नहीं बाकियों के साथ भी होता है।
रोहित का कहना इसलिए भी ठीक है क्योंकि वे खुद इसी दौर से गुजर चुके हैं। 2007 में डेब्यू करने के बाद 2013 में उन्होंने टेस्ट डेब्यू किया। 2013 के बाद 2019-20 में वह टेस्ट टीम में अपनी जगह पक्की कर सके। ऐसे में राहुल का दर्द वे बहुत अच्छी तरह से समझते हैं।
यहां देखें राहुल का टेस्ट करियर…
क्या कोहली नहीं बन सकते उप कप्तान?
नहीं, विराट कोहली ने 15 जनवरी 2022 को भारत की टेस्ट कप्तानी खुद से छोड़ी थी। उन्हें इस पद से हटाया नहीं गया। इससे साफ है कि विराट अब नेशनल टीम में किसी भी तरह की बड़ी जिम्मेदारी नहीं लेना चाहते। ऐसे में टीम मैनेजमेंट उन्हें उप कप्तान नहीं बनाएगी।
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किसे बना सकते हैं उप कप्तान?
टीम इंडिया में इस वक्त उप कप्तान बनने के 3 मजबूत दावेदार नजर आ रहे हैं। अनुभवी बैटर चेतेश्वर पुजारा, बॉलर रविचंद्रन अश्विन और मिडिल ऑर्डर बैटर श्रेयस अय्यर में से कोई एक नया उप कप्तान बन सकता है।
चेतेश्वर पुजारा
35 साल के पुजारा भारत के लिए 100 टेस्ट मैच खेल चुके हैं और टेस्ट टीम के चुनिंदा परमानेंट मेंबर्स में से एक हैं। इंजर्ड कम होते हैं और अपने अनुभव से रोहित की गैरमौजूदगी में कमान संभाल सकते हैं।
रविचंद्रन अश्विन: 36 साल के अश्विन भारत के लिए 90 टेस्ट खेल चुके हैं। IPL और घरेलू क्रिकेट में कप्तानी का अनुभव भी है। अश्विन नए उप कप्तान हो सकते हैं, लेकिन विदेश के टेस्ट में भारतीय टीम एक ही स्पिनर को प्लेइंग-11 में शामिल करती है। तब अश्विन और रवींद्र जडेजा में से किसी एक को ही मौका मिलता है। ऐसे में अश्विन का सेलेक्शन मुश्किल लगता है।
श्रेयस अय्यर
28 साल के श्रेयस ने पिछले कुछ सालों में भारत की वनडे और टेस्ट टीम में अपनी जगह पक्की कर ली है। जिम्मेदारी से बैटिंग करते हुए टीम को मुश्किल परिस्थितियों में जिताने की कला से वह टीम के नए उप कप्तान बन सकते हैं। IPL में दिल्ली कैपिटल्स की कप्तानी करते हुए उन्होंने अपनी लीडरशिप को साबित भी किया है।
जडेजा और बुमराह क्यों नहीं?
रवींद्र जडेजा को कप्तानी का अनुभव कम है। साथ ही IPL में चेन्नई सुपरकिंग्स की कप्तानी भी उन्होंने ज्यादा दबाव आने और खराब प्रदर्शन के चलते छोड़ दी थी। उनके साथ भी ये समस्या है कि विदेश में किसी एक स्पिनर को ही टीम में जगह मिलती है। ऐसे में उनका नाम अब लीडरशिप के रोल में आना मुश्किल है।
जसप्रीत बुमराह अच्छा विकल्प हो सकते थे, लेकिन इंजरी के चलते वे कई बार टीम से बाहर ही रहते हैं। ऋषभ पंत इंजरी के चलते लंबे समय के लिए क्रिकेट से दूर हो गए हैं। अगर वह मौजूद रहते तो जरूर ही टीम के उप कप्तान बनते।
इन खिलाड़ियों को अनुभव नहीं
टेस्ट टीम में अक्षर पटेल, मोहम्मद शमी, मोहम्मद सिराज और केएस भरत जैसे खिलाड़ी भी हैं। लेकिन इनमें से कुछ खिलाड़ियों को कप्तानी का अनुभव नहीं है तो वहीं कुछ खिलाड़ी फिलहाल टीम में ही अपनी जगह बना रहे हैं। ऐसे में इनमें से किसी को भी जिम्मेदारी नहीं दी जाएगी।
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भारत में क्रिकेट का जज्बा और जुनून अलग ही लेवल का है। इसी जज्बे को लिए एक महिला फैन दिल्ली के अरूण जेटली स्टेडियम में अपनी बेटी और परिवार के साथ भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच टेस्ट मैच देखने पहुंची। मैच तो भारत जीत गया लेकिन, मैच देखने पहुंचे फैंस को स्टेडियम की सुविधाओं ने परेशान कर दिया।
1 जनवरी 2013 के बाद के आंकड़ों पर गौर करें तो इन दस वर्षों में भारतीय टीम घर में महज 2 टेस्ट ही हारी है, जबकि 36 में उसे जीत मिली है। विदेशी सरजमीं पर टीम ने 54 में 21 मैच जीते हैं।
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