Ind Vs Aus 3rd test match: “जज्बा हो तो ऐसा” चोटिल होने के बावजूद तीसरे टेस्ट मैच में भारत को चुनौती देगा ये कंगारू खिलाड़ी आपको बता दें कि इस बीच गेंदबाजी के मोर्चे पर भी कंगारू टीम की मुश्किलें कम नहीं हो रही हैं.
लेकिन तीसरे टेस्ट से पहले ऑस्ट्रेलिया के सीनियर तेज गेंदबाज मिशेल स्टार्क ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि वे चोट से अब तक पूरी तरह नहीं उबरे हैं लेकिन तीसरे टेस्ट में कमाल करने की कोशिश करेंगे.
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Border-Gavaskar Trophy: भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच बॉर्डर-गावस्कर सीरीज का तीसरा टेस्ट मैच इंदौर में 1 मार्च से खेला जाएगा. भारत इस सीरीज में 2-0 की बढ़त बना चुका है.
वहीं ऑस्ट्रेलियाई टीम बुरे दौर से गुजर रही है. उसके कुछ खिलाड़ी चोटिल हैं और कुछ निजी कारणों से स्वदेश लौट गए हैं. कप्तान पैट कमिंस भी पूरी सीरीज से बाहर हो गए हैं. उनकी मां की तबीयत ठीक नहीं है. उनकी जगह स्टीव स्मिथ कप्तानी की बागडोर संभालेंगे.
इस बीच गेंदबाजी के मोर्चे पर भी कंगारू टीम की मुश्किलें कम नहीं हो रही हैं. लेकिन तीसरे टेस्ट से पहले ऑस्ट्रेलिया के सीनियर तेज गेंदबाज मिशेल स्टार्क ने बड़ा बयान दिया है.
उन्होंने कहा है कि
वे चोट से अब तक पूरी तरह नहीं उबरे हैं लेकिन तीसरे टेस्ट में कमाल करने की कोशिश करेंगे. ऑस्ट्रेलिया की टीम को स्टार्क से उम्मीद होगी कि वे टीम को शुरुआती सफलता दिलाएं और स्पिनरों का साथ दें.
तीसरे टेस्ट से पहले बोले स्टार्क
भारतीय तेज गेंदबाजों ने पहले ही सीरीज में प्रभावित किया है जिसमें मोहम्मद शमी सबसे प्रभावशाली तेज गेंदबाज रहे हैं. स्टार्क ने यहां ऑस्ट्रेलिया के पहले अभ्यास सत्र से पूर्व कहा, मैं अच्छा महसूस कर रहा हूं. कुछ समय तक थोड़ा असहज रहेगा. मुझे नहीं लगता कि कुछ समय तक यह शत प्रतिशत होने वाला है लेकिन यह पर्याप्त है.
उन्होंने कहा, गेंद हाथ से अच्छी तरह से निकल रही है और मैं पूरी जान लगाकर गेंदबाजी कर रहा हूं. यह पहला टेस्ट नहीं है जो मैं थोड़ा असहज होने के बावजूद खेलूंगा.
अगर मैं शत प्रतिशत फिट होने पर ही खेलता तो मैं पांच से 10 टेस्ट ही खेल पाता. भारतीय तेज गेंदबाजों की तरह स्टार्क भी अपनी टीम के लिए योगदान देना चाहते हैं. उन्होंने नेट पर कैमरन ग्रीन को एक घंटा गेंदबाजी की.
‘स्पिनर्स की रही बड़ी भूमिका’
बाएं हाथ के इस तेज गेंदबाज ने कहा, हां, यह ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाजों के लिए चुनौतीपूर्ण रहा है. बेशक हमने देखा है कि स्पिनरों की भूमिका बड़ी रही है लेकिन भारतीय तेज गेंदबाजों ने इसके बावजूद नई गेंद से विशिष्ट भूमिका निभाई है. और अगर गेंद रिवर्स करती है तो वे स्टंप्स को निशाना बनाते हैं.
इसमें कोई संदेह नहीं कि एक बार फिर स्पिन की भूमिका बड़ी होगी लेकिन 20 विकेट हासिल करने के लिए मुझे स्पिनरों के साथ महत्वपूर्ण भूमिका निभानी होगी.
तीसरे टेस्ट में स्टार्क और ग्रीन तेज गेंदबाजी में ऑस्ट्रेलिया के विकल्प होंगे. दिल्ली में मेहमान टीम कमिंस के रूप में एकमात्र तेज गेंदबाजी विकल्प के साथ उतरी थी जबकि स्पिन विभाग में तीन स्पिनर जिम्मेदारी निभा रहे थे.
ऑस्ट्रेलिया के लिए 75 टेस्ट खेलने वाले 33 साल के स्टार्क ने उम्मीद जताई कि उन्हें उपमहाद्वीप के हालात में खेलने का फायदा मिलेगा. वह अपने शरीर को लेकर भी अच्छा महसूस कर रहे हैं.
उन्होंने कहा, ‘चिंता की कोई बात नहीं है. चोट के कारण मैंने आठ से 10 दिन का ब्रेक लिया. इसके बाद से मैं गेंदबाजी कर रहा हूं. काम के बोझ या शरीर को लेकर कोई चिंता नहीं है.
‘ स्टार्क ने कहा,
‘मुझे नहीं पता कि अतीत में यहां किस चीज का मुझे फायदा मिला. मैंने यहां काफी क्रिकेट नहीं खेला है. मुझे लगता है कि हाल में पाकिस्तान और श्रीलंका में खेलने के अनुभव से मदद मिलेगी.’
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