BCCI: भारतीय टीम के लिए खेलना हर किसी खिलाड़ी का सपना होता है. चंद किस्मत वालों का ही टीम इंडिया में खेल पाने का यह सपना पूरा हो पाता है. कुछ खिलाड़ी अपने धमाकेदार प्रदर्शन से दावेदारी पेश कर देते हैं, लेकिन अपने दुर्व्यवहार के चलते बलि का बकरा बन जाते हैं. जी हां, यह कड़वी सच्चाई है. हम इस लेख में आपको ऐसे ही खिलाड़ी के बारे में बता रहे हैं. जिसने अपने प्रदर्शन जमकर सुर्खियां बटोरी. लेकिन सिस्टम (BCCI) से पंगा लेने और अपने गलत व्यवहार के कारण टीम इंडिया में स्थाई जगह बनाने में कामयाब नहीं हो पाए.
BCCI से पंगा लेकर अपने पैरों पर मारी कुल्हाड़ी
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड यानी BCCI दुनिया का पॉवरफुल और पैसे वाला बोर्ड है. जिसने घरेलू क्रिकेट से खिलाड़ियों को उठाकर उनकी किस्मत चमाकने का कम किया. हाल ही तिलक वर्मा, यशस्वी जायसवाल और गरीब परिवार से आने वाले रिंकू सिंह का टीम इंडिया में खेलना सपना पूरा हुआ है.
ये सभी खिलाड़ी इन दिनों एशियन गेम्स में टीम इंडिया का नेतृत्व कर रहे हैं. वहीं एक खिलाड़ी ऐसा है. जिसे घरेलू क्रिकेट में रन मशीन के नाम से जाना जाता है. जिसने अपने बल्ले से रनों का अंबार खड़ा कर दिया. लेकिन BCCI से बगावत कर अपने पैरों पर बल्कि करियर पर कुल्हाड़ी मार ली. उस खिलाड़ी का नाम सरफराज खान (Sarfaraz Khan) है.
सरफराज पर बीसीसीआई से अनुसाशनहीन होने के आरोप लगाए थे. उन्होंने अपने सेलिब्रेशन के दौरान पूर्व चीफ सिलेक्टर चेतन शर्मा और बीसीसीआई पर भी निशाना साधा था. जिसकी वजह से सफराज को अभी तक टीम इंडिया के लिए नहीं चुना जा सका है.
25 की उम्र में करियर बर्बाद होने की कगार पर
सरफराज खान (Sarfaraz Khan) के शानदार आंकड़े होने के बावजूद भी वेस्टइंडीज दौरे पर टेस्ट टीम के लिए नहीं चुना गया था. जिसकी वजह से BCCI को पूर्व खिलाड़ी सुनील गावस्कर और वेंकटेश अय्यर की आलोचनाओं का सामना करना पड़ा था. लेकिन बीसीसीआई ने अपनी सफाई में कहा था कि उनका वजन काफी बढ़ा हुआ है और मैदान पर उनका रवैया ठीक नहीं है. जिसकी वजह से उन्हें नहीं चुना जा रहा है.
बता दें कि 25 साल के सरफराज का टीम इंडिया में खेल पाने का सपना पूरा नहीं हो सकता है. लेकिन इस खिलाड़ी ने हार नहीं मानी है. उनकी शादी पर दिए एक इंटरव्यू में सफराज ने कहा था कि मुझे पूरी उम्मीद है मैं एक दिन टीम इंडिया के लिए जरूर खेलूंगा.
बता दें कि सरफराज पिछले दो रणजी सत्र में 12 मैचों में 136.42 की औसत से 1910 रन बना चुके हैं. इसके अलावा डिप्पल सेंचुरी जड़ने का कारनामा भी कर चुके हैं. सरफराज अपने करियर में फर्स्ट क्लास क्रिकेट में कुल 39 मुकाबले खेले हैं. जिनकी 58 पारियों में 74 की शानदार औसत से बल्लेबाजी करते हुए 3559 रन बनाए हैं.