रवि शास्त्री ने इस घातक खिलाड़ी पर उतारा अपना गुस्सा कहा- कछुआ जैसी बैटिंग करके” नहीं बन सकते बेस्ट बैटमैन आपको बता दें पूर्व फील्डिंग कोच R Sridhar ने अपनी बुक ‘कोचिंग बियॉन्ड’ में लिखा- ” Virat Kohli और Ravi Shastri चाहते थे कि पुजारा तेजी से स्कोर करें।
भारतीय बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा को आउट करने में विपक्षी टीम के गेंदबाजों के पसीने छूट जाते हैं। टेस्ट क्रिकेट में माहिर पुजारा की लीक से हटकर बल्लेबाजी ने टीम इंडिया को कई मौकों पर जीत दिलाई है। हालांकि कई बार उनकी धीमी बल्लेबाजी को क्रिकेट फैंस पसंद नहीं करते थे.
लेकिन इसके बावजूद क्रीज पर टिके रहने की क्षमता ने कई बार भारतीय टीम के पक्ष में मैच का रुख मोड़ दिया। जब भारत ने ऑस्ट्रेलिया में अपनी पहली टेस्ट श्रृंखला जीत दर्ज की, तो पुजारा टीम इंडिया के स्टार थे। उन्होंने 41.41 की औसत से 521 रन बनाए, जिसमें तीन शतक शामिल थे।
विराट और रवि चाहते थे कि पुजारा तेजी से स्कोर करें
इस बीच भारत के पूर्व फील्डिंग कोच आर श्रीधर ने एक किस्सा सुनाया है जब पुजारा की अति सतर्क सोच ने रवि शास्त्री को मैसेज भेजने के लिए मजबूर कर दिया। श्रीधर ने अपनी बुक ‘कोचिंग बियॉन्ड’ में लिखा- “विराट और रवि चाहते थे कि पुजारा तेजी से स्कोर करें।
इसका कारण यह था कि उन्हें यकीन था कि उनके पास ऐसा करने का स्किल है। श्रीधर जिस मैच की बात कर रहे हैं, वह उस साल अक्टूबर में भारत-दक्षिण अफ्रीका के बीच पहला टेस्ट है, जहां रोहित शर्मा ने पहली बार टेस्ट में ओपनिंग की थी। भारत ने पहली पारी में 502 रन बनाकर पारी घोषित की थी। जिसके बाद दक्षिण अफ्रीका ने 71 रन की बढ़त बना ली थी।
सब्स्टीट्यूट फील्डर के जरिए भेजा था मैसेज
श्रीधर ने कहा- “हम दूसरी पारी में तेजी से रन बनाने की तलाश में थे ताकि हम दक्षिण अफ्रीका को वापस रोक सकें। रोहित शर्मा पहली पारी में 100 रन बना चुके थे, वह फिर से शानदार बल्लेबाजी कर रहे थे, लेकिन पुजारा फंस गए। वह 61 गेंदों में 8 रन बनाकर खेल रहे थे,
रवि ने कहा कि ये काफी हो चुका है। इसलिए शास्त्री ने एक सब्स्टीट्यूट फील्डर को बुलाया और पुजारा को अपना संदेश शब्दशः दोहराने का निर्देश दिया। शास्त्री का मैसेज था- ‘लूना की सवारी करना बंद करो और हार्ले-डेविडसन पर बैठो।’
87 गेंदों में 75 रन बनाए
इसके बाद पुजारा ने शानदार बल्लेबाजी की और एक समय रोहित को पछाड़ दिया। श्रीधर ने आगे कहा- उनके पास क्षमता थी, लेकिन यह सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण था कि उनके विचार हमेशा टीम से जुड़े हों और उन्हें यह एहसास दिलाएं कि उनके पास ऐसा करने की क्षमता है। पुजारा ने 61 गेंदों में 8 रन बनाकर अगली 87 गेंदों में 75 रन बनाए। उन्होंने 148 गेंदों पर कुल 81 रन जड़े। उन्होंने और रोहित ने दूसरे विकेट के लिए 190 रन जोड़े। भारत ने 323/4 पर दूसरी पारी घोषित की और अंततः मैच को 203 रन से जीत लिया।