Sunday, September 8, 2024
HomeFinanceSenior Citizen Saving Scheme Vs Bank FD: जानें इन दोनों में से...

Senior Citizen Saving Scheme Vs Bank FD: जानें इन दोनों में से कहाँ मिलेगा ज्यादा फायदा?

Senior Citizen Saving Scheme Vs Bank FD: सीनियर सिटीजन को ज्यादातर बैंक एफडी पर अन्य निवेशकों की तुलना में थोड़ा ज्यादा ब्याज ऑफर करते हैं। केंद्र सरकार सीनियर सिटीजन को उनकी जरूरतों को ध्यान में रखते हुए सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम (SCSS) ऑफर कर रहा है

Senior Citizen Saving Scheme Vs Bank FD: सीनियर सिटीजन को ज्यादातर बैंक एफडी पर अन्य निवेशकों की तुलना में थोड़ा ज्यादा ब्याज ऑफर करते हैं। केंद्र सरकार सीनियर सिटीजन को उनकी जरूरतों को ध्यान में रखते हुए सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम (SCSS) ऑफर कर रहा है। वरिष्ठ नागरिक बचत योजना (SCSS) एक सरकारी योजना है। बैंक FD सभी पब्लिक, प्राइवेट और स्मॉल सेविंग बैंक ऑफर करते हैं। Bank FD और एससीएसएस के बीच कई समानताएं हैं, जिसमें लॉक इन पीरियड भी शामिल है। दोनों के बीच कुछ अंतर और और हर एक योजना के अपने फायदे हैं।

सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम और बैंक FD

60 साल के उम्र से अधिक के सीनियर सिटीजन सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम (SCSS) और सीनियर सिटीजन फिक्स्ड डिपॉजिट (Senior Citizen FD) में निवेश कर सकते हैं। सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम में 60 साल से अधिक उम्र के व्यक्ति अच्छा रिटर्न पाने के लिए एकसाथ पैसा निवेश करते हैं। जैसाकि, एफडी में किया जाता है। इस योजना में सीनियर सिटीजन FD की तुलना में ज्यादा रिटर्न मिल रहा है।

सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम के फायदे

यह योजना सरकार चला रही है। इसमें आपका पैसा सुरक्षित रहता है। निवशकों को इनकम टैक्स एक्ट 1961 के सेक्शन 80C के तहत 1.5 लाख रुपये तक की टैक्स छूट भी मिलती है। इस योजना में मैच्योरिटी पीरियड 5 साल है। आप इसे अगले तीन साल तक बढ़ा सकते हैं। SCSS खाता खोलना काफी आसान है। आप देशभर के किसी भी बैंक या पोस्ट ऑफिस में जाकर खाता खुलवा सकते हैं। ग्राहक अपने एससीएसएस खाते को देश भर में किसी भी ब्रांच में ट्रांसफर कर सकते हैं। योजना के तहत न्यूनतम 1,000 रुपये जमा कर सकते हैं। इसके बाद आप रकम को 1,000 रुपये के मल्टीपल में बढ़ा सकते हैं। एक फाइनेंशियल ईयर में 30 लाख रुपये तक जमा कर सकते हैं।

सीनियर सिटीजन Bank FD

सामान्य एफडी की तुलना में सीनियर सिटीजन को बैंकों में विशेष ब्याज दिया जाता है। आमतौर पर बैंक बुजुर्ग ग्राहकों को 0.50 फीसदी अतिरिक्त ब्याज देता है। आप ब्याज का पैसा हर महीना, तिमाली, छमाही या सालाना पा सकते हैं। कुछ एफडी पर टैक्स का फायदा भी मिलता है। इसका मैच्योरिटी पीरियड 5 साल या उससे अधिक होती है। कई स्मॉल फाइनेंस बैंक सीनियर सिटीजन को 9.50 फीसदी क ब्याज ऑफर कर रहे हैं।

दोनों में है क्या है अंतर

सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम पर सालाना 8.2 प्रतिशत का ब्याज मिल रहा है। ये योजना 80C के तहत कवर की गई है। अगर आप पांच साल से कम समय के लिए एफडी (FD) में निवेश करते हैं तो आपको किसी भी तरह का टैक्स लाभ नहीं मिलता है। इन दोनों के बीच दूसरा अंतर यह है कि SCSS के तहत निवेश की अधिकतम सीमा होती है। जबकि एफडी में ऐसी कोई सीमा नहीं है। इसके अलावा एफडी कई विकल्पों के साथ आती है। दोनों निवेश विकल्पों में से आपको कौन सा विकल्प चुनना है, यह निवेशक के फाइनेंशियल टारगेट और उसके पास मौजूद पैसे के आधार पर निर्भर करता है।

इसे भी पढ़े-
Sunil kumar
Sunil kumar
Sunil Sharma has 3 years of experience in writing Finance Content, Entertainment news, Cricket and more. He has done B.Com in English. He loves to Play Sports and read books in free time. In case of any complain or feedback, please contact me @ informalnewz@gmail.com
RELATED ARTICLES
- Advertisment -

Most Popular

Recent Comments