टीम इंडिया के पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर ने एक तरह से एमएस धोनी पर निशाना साधा है और कहा है कि हम दो बार 4-0 से हारे, लेकिन कप्तान नहीं बदला। इस समय भी ऐसा ही है, लेकिन उनकी जवाबदेही तय होनी चाहिए।
पिछले कुछ वर्षों में भारत एक बेहद सफल टेस्ट टीम रही है, जिसने घरेलू सरजमीं पर ही नहीं, बल्कि विदेशी दौरों पर भी सफलता हासिल की है। ऐसा दबदबा इस समय किसी अन्य टीम का नहीं है और न ही भारत में कोई पहले की टीम ऐसा कर सकी है। हालांकि, लगातार दो विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में हारकर टीम की आलोचना भी हो रही है। एक बार विराट कोहली तो दूसरी बार रोहित शर्मा देश को ट्रॉफी नहीं दिला सके हैं। ऐसे में टीम इंडिया के पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर का कहना है कि कोच और कप्तान की अधिक जवाबदेही बनती है।
इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए सुनील गावस्कर ने आधुनिक भारतीय कप्तानों को मिलने वाली सुरक्षा के बारे में बात की। उन्होंने कहा, “चाहे आप जीतें या हारें, कप्तान जानता है कि वह वहां रहेगा। ध्यान रखें, यह कोई ताजा मामला नहीं है। यह 2011 से हो रहा है। ऐसे नतीजे आए हैं, जहां हम सीरीज में 0-4, 0-4 से हार गए, लेकिन कप्तान नहीं बदला।” गावस्कर का ये निशाना एमएस धोनी की तरफ था, क्योंकि 2011 में वनडे विश्व कप जीतने वाली टीम इंग्लैंड में 5 मैचों की टेस्ट सीरीज 0-4 से हारी थी और ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज के चारों मैच भारत उनकी कप्तानी में हारा था।
धोनी 2014 तक रेड बॉल टीम के कप्तान बने रहे और फिर अगले ऑस्ट्रेलिया दौरे के बीच में धोनी ने कप्तानी छोड़ दी। इसके बाद विराट कोहली कप्तान बने। उन्होंने भी कुछ सीरीजों में अच्छा नहीं किया, लेकिन जब टीम सैटल हो गई तो फिर टीम ने ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड में अच्छा खेल दिखाया। भारत ने ऑस्ट्रेलिया में दो लगातार सीरीज जीतीं और इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज 2-2 से बराबर की। उन्होंने पहली बार टीम को WTC फाइनल में पहुंचाया, लेकिन टीम न्यूजीलैंड से हार गई और इस बार रोहित शर्मा की कप्तानी में भारत ऑस्ट्रेलिया के हाथों खिताबी मैच हार गया।
वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप 2023 फाइनल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खराब प्रदर्शन के बाद रोहित शर्मा की रणनीति और नेतृत्व पर सवाल उठने लगे। इसके अलावा सभी प्रारूपों में एक ही कप्तान रखने की भारत की नीति पर सवाल उठाए गए। हालांकि, सुनील गावस्कर का कहना है कि कप्तान इतनी जल्दी नहीं बदलता है। रोहित शर्मा इस समय वेस्टइंडीज के खिलाफ दो मैचों की टेस्ट सीरीज में कप्तान हैं और उन्होंने देश को पहला टेस्ट मैच जिता दिया है। इस मैच में रोहित ने खुद शतकीय पारी खेली। रोहित शर्मा के लिए सबसे बड़ी चुनौती साउथ अफ्रीका का दौरा होगा।