Tax Free Countries: किसी भी देश की आय का मुख्य जरिया होता है. सिर्फ भारत की ही बात करें तो यहां इनकम टैक्स को लोगों की कमाई के अनुसार लगाया जाता है. यानी जो लोग कम कमाते हैं, उन्हें कम तो जो लोग ज्यादा कमाते हैं तो उन्हें ज्यादा टैक्स देना होता है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि दुनिया में कई ऐसे देश हैं, जहां लोगों से इनकम टैक्स वसूला ही नहीं जाता है.
Tax Free Countries: देश का आम बजट (Union Budget) आज आने वाला है और कुछ ही देर बाद सुबह 11 बजे वित्त मंत्री अपने कार्यकाल का लगातार सातवां बजट पेश करेंगी. बजट में जिस ऐलान पर देश की जनता की निगाहें सबसे ज्यादा टिकी होती हैं, वो है टैक्स छूट (Tax Benefits) और इस बार के बजट से टैक्सपेयर यही उम्मीदें लगाए हुए बैठी है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि दुनिया में कई ऐसे देश भी हैं, जहां पर एक रुपया भी टैक्स नहीं लिया जाता है. अब सवाल ये कि आखिर बिन Tax के देश की इकोनॉमी कैसे चलती हैं. आइए देखते हैं इन देशों की लिस्ट…
- यूएई
दुनिया की डायरेक्ट टैक्स मुक्त इकोनॉमी वाले देशों पर नजर डालें, तो इसमें पहले नंबर पर संयुक्त अरब अमीरात (UAE) का नाम आता है. देश में जनता से किसी भी तरह का कोई व्यक्तिगत टैक्स नहीं लिया जाता है. इसके बजाय, सरकार अप्रत्यक्ष करों जैसे वैट (वैल्यू एडेड टैक्स) और अन्य शुल्कों पर निर्भर करती है. UAE Economy तेल और टूरिज्म की वजह से काफी मजबूत है. इसी वजह से यूएई में लोगों को इनकम टैक्स से राहत दी गई है. - बहरीन
टैक्स फ्री देशों की लिस्ट में बहरीन का नाम भी शामिल है और इस देश में भी जनता से कोई टैक्स नहीं वसूला जाता है. देश की सरकार भी दुबई की तरह ही प्रमुख तौर पर टायरेक्ट टैक्स के बजाय अप्रत्यक्ष करों और अन्य शुल्कों पर निर्भर करती है. ऐसा माना जाता है कि ये तरीका देश के छोटे व्यवसायों और स्टार्टअप्स के लिए बेहद अनुकूल साबित होता है और इससे इकोनॉमी में भी रफ्तार आती है. - कुवैत
कुवैत भी टैक्स-फ्री देशों (Tax Free Countries) की लिस्ट में शामिल हैं. यहां पर कोई व्यक्तिगत आयकर नहीं है. पूरी तरह से तेल से होने वाली इनकम पर बेस्ड देश की इकोनॉमी भी जनता से एक भी रुपया टैक्स के तौर पर बिना वसूले चलती है. दरअसल इसके पीछे के कारणों की बात करें, तो कुवैत की इकोनॉमी में सबसे बड़ा हिस्सा तेल निर्यात (Oil Export) से ही आता है, जिससे सरकार को डायरेक्ट टैक्स लेने की कोई जरूरत ही नहीं होती. ये मॉडल अपनाने के बाद टैक्स-फ्री कंट्री होने के बावजूद भी कुवैत एक समृद्ध अर्थव्यवस्था के तौर पर उभरा है. - सऊदी अरब
सऊदी अरब ने भी अपनी जनता को टैक्स के जंजाल से पूरी तरह मुक्त रखा हुआ है और देश में डायरेक्ट टैक्स को समाप्त किया जा चुका है. मतलब इस देश में भी लोगों को अपनी कमाई का एक भी हिस्सा टैक्स के तौर पर खर्च नहीं करना होता है. हालांकि, इस देश में भी अप्रत्यक्ष कर व्यवस्था मजबूत है और इससे प्राप्त होने वाले पैसों से इकोनॉमी को बूस्ट मिलता है और इसकी गिनती भी समृद्ध अर्थव्यवस्थाओं में की जाती है. - द बहमास
पर्यटकों के लिए जन्नत कहा जाने वाला द बहमास देश वेस्टर्न हेमिस्फीयर में पड़ता है. इस देश की खास बात है कि यहां रहने वाले नागरिकों को इनकम टैक्स नहीं देना पड़ता है. - ब्रुनेई
तेल के भंडार वाला ब्रुनेई इस्लामिक किंगडम दुनिया के साउथ ईस्ट एशिया में पड़ता है. यहां लोगों को किसी भी तरह का इनकम टैक्स नहीं चुकाना पड़ता है. - केमैन आइलैंड्स
केमैन आइलैंड्स देश उत्तर अमेरिका महाद्वीप में कैरेबियन क्षेत्र में पड़ता है. यह पर्यटकों के लिए भी आकर्षक जगह है और काफी लोग यहां छुट्टियां मनाने पहुंचते हैं. सबसे खास बात है कि इस देश में किसी को भी इनकम टैक्स नहीं देना पड़ता है. - ओमान
बहरीन और कुवैत के अलावा खाड़ी देश ओमान भी इस लिस्ट में शामिल है. ओमान के जो नागरिक हैं, उन्हें इनकम टैक्स नहीं देना पड़ता है. इसकी वजह ओमान का मजबूत ऑयल और गैस सेक्टर माना जाता है. - कतर
ओमान, बहरीन और कुवैत की तरह कतर का भी ऐसा ही हाल है. कतर भी अपने ऑयल सेक्टर में काफी मजबूत है. यह देश बेशक छोटा है लेकिन यहां रहने वाले काफी अमीर हैं. यहां पर भी इनकम टैक्स नहीं वसूला जाता है. - मोनाको
यूरोप का मोनाको देश काफी छोटा है. इसके बावजूद भी यहां के नागरिकों से कभी भी इनकम टैक्स नहीं वसूला जाता है.
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