प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को जम्मू-कश्मीर की चिनाब नदी पर बने दुनिया के सबसे ऊंचे रेल पुल ‘चिनाब रेल ब्रिज’ को राष्ट्र को समर्पित करेंगे. यह ब्रिज पेरिस के मशहूर एफिल टावर से 35 मीटर ऊंचा है और दिल्ली की मशहूर कुतुब मीनार से लगभग 287 मीटर ऊंचा है.
आज, 6 जून 2025 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले में चिनाब नदी पर बने दुनिया के सबसे ऊंचे रेलवे पुल, चिनाब ब्रिज का उद्घाटन किया। यह पुल 359 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है, जो एफिल टावर से भी ऊंचा है, और इसे इंजीनियरिंग का एक अद्भुत नमूना माना जा रहा है।
रेल कनेक्टिविटी को और सुदृढ़, वंदे भारत ट्रेनों को भी हरी झंडी
इसके साथ ही दो वंदे भारत ट्रेनों को भी हरी झंडी दिखाई जाएगी, जो इस क्षेत्र में रेल कनेक्टिविटी को और सुदृढ़ करेंगी. जम्मू स्टेशन पर चल रहे कार्यों के कारण वंदे भारत ट्रेनें फिलहाल कटरा से श्रीनगर तक चलेंगी, लेकिन सितंबर 2025 से ये ट्रेनें जम्मू से श्रीनगर तक पूरे रूट पर संचालित होंगी.
चिनाब ब्रिज और अंजी ब्रिज इंजीनियरिंग चमत्कार
इस रेल प्रोजेक्ट में शामिल चिनाब ब्रिज और अंजी ब्रिज इंजीनियरिंग चमत्कार माना जा रहा है, जो अत्याधुनिक तकनीक और डिजाइन के प्रतीक हैं. दुनिया का सबसे ऊंचा रेल आर्च ब्रिज चिनाब भूकंपीय क्षेत्र पांच में स्थित है. यानी रिक्टर स्केल पर 8 तीव्रता के भूकंप को सहने में सक्षम है. यह ब्रिज दो पहाड़ों के बीच बना है, जहां तेज हवाओं की वजह से विंड टनल फिनोमेना देखा जाता है.
पेरिस के मशहूर एफिल टावर से 35 मीटर ऊंचा
यह ब्रिज पेरिस के मशहूर एफिल टावर से 35 मीटर ऊंचा है और दिल्ली की मशहूर कुतुब मीनार से लगभग 287 मीटर ऊंचा है. इसे बनाने में जटिल तकनीकों का उपयोग किया गया, जो विश्व स्तर पर इंजीनियरिंग के क्षेत्र में देश की बढ़ती साख को दर्शाता है. यह परियोजना देश के हर नागरिक के लिए गर्व का विषय है.
‘चिनाब रेल ब्रिज’ नदी के तल से 359 मीटर की ऊंचाई पर स्थित
‘चिनाब रेल ब्रिज’ नदी के तल से 359 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है. 272 किलोमीटर लंबे इस रेल मार्ग में 1315 मीटर का यह ब्रिज उधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेलवे लिंक प्रोजेक्ट का हिस्सा है. इस पुल का निर्माण 1486 करोड़ की लागत से किया गया है. यह 266 किमी प्रति घंटे तक की हवा की गति का सामना कर सकता है. यह 266 किमी प्रति घंटे तक की हवा की गति का सामना कर सकता है.
सामाजिक-आर्थिक विकास को भी गति देगी यह रेल परियोजना
यह रेल परियोजना जम्मू-कश्मीर के विकास में एक मील का पत्थर साबित होगी. यह न केवल क्षेत्र की कनेक्टिविटी को मजबूत करेगी, बल्कि सामाजिक-आर्थिक विकास को भी गति देगी. पर्यटकों के लिए यह रेल लाइन एक अनूठा अनुभव प्रदान करेगी, जो कश्मीर की प्राकृतिक सुंदरता को और करीब से देखने का अवसर देगी.
चिनाब ब्रिज की प्रमुख विशेषताएं:
- ऊंचाई: 359 मीटर (एफिल टावर से 35 मीटर ऊंचा)
- लंबाई: 1,315 मीटर
- डिज़ाइन: स्टील आर्च ब्रिज
- निर्माण लागत: लगभग ₹1,486 करोड़
- स्थायित्व: भूकंप, 260 किमी/घंटा तक की तेज़ हवाएं और -10°C से 40°C तक के तापमान को सहन करने में सक्षम
- निर्माण में सहयोग: AFCONS, DRDO, IITs, और Geological Survey of India जैसी प्रमुख संस्थाओं का योगदान
यह पुल उधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेल लिंक (USBRL) परियोजना का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य जम्मू-कश्मीर को भारत के बाकी हिस्सों से हर मौसम में जोड़ना है। इस परियोजना के तहत, प्रधानमंत्री मोदी ने कटरा से श्रीनगर तक वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों को भी हरी झंडी दिखाई, जिससे यात्रा का समय सड़क मार्ग के 6-7 घंटों से घटकर ट्रेन से 3 घंटे हो गया है।
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