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5 विकेट लेने के बाद कुलदीप यादव ने किया चौंकाने वाला खुलासा कहा, “मैने कभी सपने में नहीं………..”

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5 विकेट लेने के बाद कुलदीप यादव ने किया चौंकाने वाला खुलासा कहा, "मैने कभी सपने में नहीं..........."

Kuldeep Yadav Statement: भारत के बाएं हाथ के स्पिनर कुलदीप यादव ने गुरुवार रात वांडरर्स में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ तीसरे और अंतिम टी20 मैच में अपने करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए 5-17 विकेट लेने का शानदार प्रदर्शन किया. टी20 सीरीज के आखिरी मैच में उनकी गेंदबाजी के चलते भी भारतीय टीम 1-1 से बराबर करने में कामयाब रही. कुलदीप से पहले भारतीय बल्लेबाजी के दौरान कप्तान सूर्यकुमार यादव ने अपनी टी20 इंटरनेशनल करियर का चौथा शतक जड़ते हुए बेहतरीन 100 रनों की मैच विनिंग पारी खेली.

भारत द्वारा 106 रन की बड़ी जीत के बाद सीरीज 1-1 से बराबर होने के बाद, कुलदीप ने कहा कि उनका लक्ष्य टीम को जीत दिलाना है और वह इसमें योगदान देकर खुश हैं. उन्होंने कहा, ‘यह एक विशेष दिन था. कभी नहीं सोचा था कि मैं (इस मैच में) पांच विकेट लूंगा. मैं बस यही चाहता था कि टीम मैच जीते और मैं योगदान देकर खुश हूं, जो अधिक महत्वपूर्ण है.’

कुलदीप ने मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा

कुलदीप ने मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ‘मैं अपनी लय को लेकर थोड़ा चिंतित था, क्योंकि मैं कुछ देर बाद गेंदबाजी कर रहा था. यह एक अच्छा दिन था. गेंद अच्छी तरह से हाथ से निकल रही थी. स्थिति भी स्पिनरों के लिए अनुकूल थी.’

टी20 में अपना दूसरा पांच विकेट हॉल लेने के बाद, कुलदीप को लगा कि देश में विकेट स्पिनरों के लिए अधिक अनुकूल हैं. उन्होंने कहा, ‘ईमानदारी से कहूं तो दक्षिण अफ्रीका में विकेट स्पिनरों के लिए बहुत अच्छे हैं. इन विकेटों की अच्छी बात यह है कि गेंद पिच करने के बाद बहुत तेजी से आती है.’ इसलिए कभी-कभी, आपको अपनी विविधताएं बदलनी पड़ती हैं और यदि आप इसे सही कर लेते हैं तो (बल्लेबाजों के लिए) चुनना बहुत मुश्किल होता है.’

कुलदीप ने खोला राज

‘मैं सिर्फ लंबाई और अपनी चाल पर ध्यान दे रहा हूं. मुझे पता था, अगर मैं हवा में तेज गेंद फेंकूंगा तो उन्हें मुझे मिडविकेट पर खींचने का मौका नहीं मिलेगा. डरबन और पोर्ट एलिज़ाबेथ (अब गक़ेबरहा) में आप गेंद को अधिक स्पिन करने की कोशिश करते हैं. पहली पारी में जब केशव गेंदबाजी कर रहे थे तो मैं विकेट देखकर हैरान था, कुछ गेंदें टर्न कर रही थीं.’

कुलदीप ने यह भी खुलासा किया कि 19 नवंबर को अहमदाबाद में ऑस्ट्रेलिया के हाथों पुरुष वनडे विश्व कप फाइनल में मिली हार से उबरना उनके लिए कठिन था. ‘पहले सात से दस दिन शुरू करना वास्तव में कठिन था. जब भी मैं जाग रहा था तो विश्व कप फाइनल हारने का ख्याल मुझे सता रहा था, लेकिन जीवन बदलता है और आगे बढ़ता है. मुझे दक्षिण अफ्रीका में खेलने का मौका मिला. मैंने आखिरी बार यहां 2018 में खेला था, इसलिए मैं परिस्थितियों को अच्छी तरह से जानता था. क्रिकेट में आप जो चाहते हैं वह कभी नहीं होता और आपको उनसे सीखना होगा और भविष्य के मैचों में उन्हें लागू करना होगा.’

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