Best Hair Care Dandruff Cure Tips: सिर में बार-बार डैंड्रफ होना इस बात का संकेत है कि हमारी दिनचर्या और आदतों में कुछ तो गड़बड़ है। क्योंकि डैंड्रफ सिर्फ ब्यूटी प्रॉब्लम नहीं है। बल्कि कई अन्य बीमारियों का कारण भी बन जाता है। Hair Care Dandruff Cure Tips
ड्रैंड्रफ का बार-बार आना आपको परेशान कर रहा है तो इसके कारणों पर एक नजर डाल लीजिए। क्योंकि आपको ड्रैंड्रफ का नहीं बल्कि इसके कारणों का इलाज करने की जरूरत है। डैंड्रफ एक फंगल इंफेक्शन है, जब आप बार-बार इसका शिकार होती हैं और यह लंबे समय तक बना रहता है तो कान में इंफेक्शन, कंधों पर ऐक्ने और पिंपल जैसी दूसरी समस्याएं भी ले आता है।
इसे भी पढ़ें – IPL 2023 Mumbai Indians: रोहित शर्मा का पत्ता कटा सूर्यकुमार यादव बन सकते हैं Mumbai Indians के नए कप्तान
इन पांच वजहों से होता है डैंड्रफ | Dandruff happens due to these five reasons
डैंड्रफ होने का कारण हर व्यक्ति में अलग-अलग होता है। यह कई बार किसी शैंपू के रिऐक्शन या बीमारी के कारण भी हो सकता है। लेकिन कुछ सामान्य कारण इस प्रकार हैं।
बालों में हाइजीन मेंटेन ना करना।
मालासेज़िया ग्लोबोसा (Malassezia globosa)
- हॉर्मोनल इश्यूज
- कॉन्टेक्ट डर्माटाइटिस
- सोरायसिस या एग्जिमा
- डैंड्रफ के लक्षण
हमेशा सिर से झड़ने पर ही या बालों में दिखने पर ही यह नहीं समझना चाहिए कि सिर में डैंड्रफ हो गया है। बल्कि डैंड्रफ के और भी कई लक्षण हैं। जैसे, सिर में लगातार खुजली होना। और खुजली करने पर नाखून में सफेद डेड स्किन सेल्स का आना।
डैंड्रफ होने पर आमतौर पर सिर के बाल अधिक मात्रा में झड़ने लगते हैं। | Due to dandruff, the hair of the head usually starts falling in excess.
- शैंपू करने के कुछ घंटे बाद ही बालों की जड़ों में खुजली और इरिटेशन होने लगती है।
- फोरहेड पर सामने की तरफ और कान के पीछे, गर्दन के ऊपर की तरफ रैशेज दिख सकते हैं। जो कि बार-बार होने वाली खुजली के कारण बन जाते हैं।
- डैंड्रफ के दौरान यदि कोई व्यक्ति किसी भी वजह से तनाव में रहता है तो यह समस्या और अधिक बढ़ जाती है। ऐसा हॉर्मोन्स में आए बदलाव के कारण होता है, जो इस समस्या को और भी बुरा बना सकते हैं।
डैंड्रफ से बचने के उपाय | ways to avoid dandruff
- रूसी की समस्या से बचने के लिए हर दिन दो बार बालों में कंघी करनी चाहिए। ऐसा करने से सिर की त्वचा की सफाई भी होती रहती है और बालों की जड़ों में ब्लड का सर्कुलेशन भी बढ़ता है।
- सप्ताह में दो बार शैंपू जरूर करें। यदि बाल तैलीय प्रकृति के हैं तो सप्ताह में तीन बार शैंपू करें। शैंपू के दौरान बालों की जड़ों को बहुत अधिक रगड़ना नहीं चाहिए।
- केमिकल बेस्ड हार्ड शैंपू का उपयोग ना करें। क्योंकि ये आपके बालों की जड़ों से अच्छे बैक्टीरिया को भी निकाल देते हैं। ये बैक्टीरिया डैंड्रफ पैदा करने वाले यीस्ट को रोकने का काम करते हैं।
सही हेयर केयर प्रॉडक्ट कैसे चुनें?
डैंड्रफ से बचाव के लिए जरूरी है कि आप सही हेयर केयर प्रॉडक्ट्स का चुनाव करें। हेयर स्टाइलिंग के लिए जेल, स्प्रे या वैक्स का उपयोग करती हैं तो इस बात पर गौर करें कि ये आपके बालों की प्रकृति के अनुरूप होने चाहिए। यानी आपके बाल ऑइली हैं या ड्राई, इस हिसाब से प्रॉडक्ट चुनें।
बालों से डैंड्रफ निकालने के लिए आप टी-ट्री ऑइल बेस्ड शैंपू या जिंक पाइरिथियोन (Zinc Pyrithione) बेस्ड शैंपू का चुनाव कर सकती हैं। ये बालों में पनपे इंफेक्शन और डैंड्रफ को साफ करने में बहुत प्रभावी हैं।
सैलीसिलिक अम्ल (Salicylic Acid)भी एक ऐसा खास इंग्रीडिऐंट है, जो अगर आपके शैंपू में है तो यह ऐंटी-फंगल की तरह काम करता है। आपके शैंपू में अगर कोल टार (Coal Tar) है तो यह भी डर्मा प्रॉब्लम्स को दूर करने में प्रभावी होता है। लेकिन इस तरह के शैंपू का उपयोग डॉक्टर की सलाह के बिना लंबे समय तक नहीं करना चाहिए।
इसे भी पढ़ें – White hair Problem: सफेद बालों को कुछ ही दिनों में काला कर देगा करी पत्ता, इस तरह करें करी पत्ता(Curry Leaves) का इस्तेमाल