Byju Crisis: बायजू के कर्मचारियों ने बताया है कि उन्हें एचआर की तरफ से कॉल आ रहे हैं और नौकरी से निकाल दिया जा रहा है. इसके बाद छंटनी का ईमेल भी आ रहा है. उनकी सैलरी इस महीने भी लेट हुई है.
Byju Crisis: आर्थिक संकट में फंसी एडटेक कंपनी बायजू (Byju’s) मार्च महीने की सैलरी भी कर्मचारियों को नहीं दे पाई है. अब कंपनी में छंटनी (Byju Layoffs) की रिपोर्ट भी सामने आने लगी हैं. छंटनी के लिए कंपनी ने जो रास्ता अपनाया है, उस पर सवाल खड़े किए जा रहे हैं. कर्मचारियों का दावा है कि उन्हें एचआर की तरफ से फोन करके नौकरी से निकाला जा रहा है. इन्हें कोई नोटिस भी नहीं दिया जा रहा है. कंपनी की योजना 500 से 1000 कर्मचारियों को नौकरी से निकालने की है. बायजू पिछले 2 साल में लगभग 10 हजार कर्मचारियों की नौकरी छीन चुकी है.
तत्काल निकाल दिए जा रहे कर्मचारी
कंपनी सूत्रों ने मनी कंट्रोल को बताया कि कर्मचारियों को इस छंटनी के बारे में कोई सूचना नहीं दी जा रही है. राहुल नाम के एक कर्मचारी ने बताया कि 31 मार्च को उसे कंपनी के एचआर डिपार्टमेंट से कॉल आया. एचआर ने उन्हें बताया कि कंपनी ने उन्हें निकालने का फैसला किया है. उनका आखिरी दिन भी 31 मार्च ही होगा. राहुल ने जब एचआर से कारण जानना चाहा तो एचआर ने बायजू की खराब वित्तीय स्थिति का हवाला दिया. साथ ही बताया कि नौकरी से निकाले जा रहे कर्मचारियों की लिस्ट टॉप मैनेजमेंट द्वारा भेजी गई है. राहुल ने जब इस बातचीत को रिकॉर्ड करना शुरू किया तो एचआर ने आपत्ति जताते हुए कॉल काट दी और उनका नंबर ब्लॉक कर दिया. आखिरी बार कंपनी ने जो जानकारी दी थी, उसके अनुसार बायजू में लगभग 14 हजार कर्मचारी काम करते हैं.
कंपनी बोली- बिजनेस को रीस्ट्रक्चर कर रहे
बायजू प्रवक्ता ने छंटनी की पुष्टि करते हुए बताया कि वह बिजनेस को रीस्ट्रक्चर कर रहे हैं. हमने इसकी घोषणा अक्टूबर, 2023 में ही कर दी थी. हम लागत में कमी लाना चाहते हैं और नकदी की व्यवस्था करना चाहते हैं. उन्होंने बताया कि शेयरधारकों से विवाद के चलते कंपनी मुसीबत में फंसी हुई है. इसके चलते कर्मचारी भी भारी दबाव में हैं. रिपोर्ट के अनुसार, फोन कॉल के बाद लोगों को कंपनी की तरफ से छंटनी के ईमेल भी भेजे जा रहे हैं. इस छंटनी का सबसे बुरा असर सेल्स डिपार्टमेंट पर पड़ा है.
लगातार तीसरे महीने लेट हुई सैलरी
मंगलवार सुबह की रिपोर्ट आई थी कि बायजू के कर्मचारियों को मार्च की सैलरी भी समय से नहीं मिल पाई है. यह लगातार तीसरा महीना है, जब कर्मचारियों को सैलरी के लिए इंतजार करना पड़ेगा. कंपनी के मैनेजमेंट ने कर्मचारियों को ईमेल भेजकर इस बारे में जानकारी दी थी. बायजू ने इस सैलरी संकट के लिए विदेशी निवेशकों को जिम्मेदार ठहराया है. कंपनी ने कर्मचारियों को भरोसा दिलाते हुए कहा कि 8 मार्च तक सैलरी की व्यवस्था करने के लिए एक लाइन ऑफ क्रेडिट प्राप्त करने की कोशिश की जा रही है.