Maharashtra Political Crisis: महाराष्ट्र में जारी सियासी संग्राम के बीच शिवसेना (Shiv Sena) ने एक लेटर जारी कर दिया है , जिसमें कहा गया है कि 5 बजे तक जो विधायक नहीं आएगा तो उनकी सदस्यता को रद्द कर दिया जायेगा |
Maharashtra Political Crisis: महाराष्ट्र में एक बार फिर से सियासी महाभारत छिड़ा चुका है और उद्धव ठाकरे सरकार (Uddhav Thackeray Govt) संकट में नजर आ रही हैं. शिवसेना के कई सैनिक बागी हो गए हैं और गुवाहाटी में एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) भी अपने साथ 40 से ज्यादा विधायकों के होने का दावा कर रहे हैं. इसके बाद सवाल उठने लगा है कि क्या गठबंधन से बंधी उद्धव ठाकरे की सरकार इस बार बच पाएगी. इस बीच शिवसेना ने एक लेटर जारी किया है और बागी विधायकों को कड़ी चेतावनी दी है.
शिवसेना ने बागी विधायकों को दे दिया अल्टीमेटम
महाराष्ट्र में जारी सियासी घमासान के बीच लेटर जारी कर शिवसेना (Shiv Sena) ने बागी विधायकों को अल्टीमेटम दिया है और कहा है कि जो आज (22 जून) शाम 5 बजे तक मुंबई नहीं आयेगा , उनकी सदस्यता रद्द कर दी जाएगी . पत्र के आखिरी पैराग्राफ में लिखा है, ‘अगर आप विधायक दल की बैठक में नहीं आते हैं, तो यह माना जाएगा कि आप पार्टी तोड़ना चाहते हैं और आपकी सदस्यता रद्द की जा सकती है.’
शिवसेना ने बागी विधायकों को दे दिया अल्टीमेटम
महाराष्ट्र में जारी सियासी घमासान के बीच लेटर जारी कर शिवसेना (Shiv Sena) ने बागी विधायकों को अल्टीमेटम दिया है और कहा है कि जो आज (22 जून) शाम 5 बजे तक मुंबई नहीं आयेगा , उनकी सदस्यता रद्द कर दी जाएगी . पत्र के आखिरी पैराग्राफ में लिखा है, ‘अगर आप विधायक दल की बैठक में नहीं आते हैं, तो यह माना जाएगा कि आप पार्टी तोड़ना चाहते हैं और आपकी सदस्यता रद्द की दी जाएगी
क्या CM उद्धव ठाकरे आज दे सकते है इस्तीफा?
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, बताया जा रहा है कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) आज पद से इस्तीफा दे सकते हैं. इस बीच शिवसेना नेता संजय राउत (Sanjay Raut) ने कहा कि कोई भी फैसला विधायकों के मुंबई लौटने के बाद ही होगा.
कैबिनेट बैठक में विधानसभा भंग करने का प्रस्ताव नहीं
महाराष्ट्र में जारी सियासी संकट के बीच मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) ने कोरोना संक्रमित होने के बाद कैबिनेट के मंत्रियों के साथ वर्चुअल बैठक की, जिसमें कई मंत्री शामिल नहीं हुए. कैबिनेट मीटिंग में विधानसभा भंग करने का कोई प्रस्ताव पेश नहीं किया गया. हालांकि, मौजूदा परिस्थिति से निपटने की तैयारी को लेकर चर्चा की गई.