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New Vande Bharat Train! यात्रियों के लिए खुशखबरी! अब इस रूट पर भी चलेगी वन्दे भारत ट्रेन, देखें रूट और अन्य डिटेल्स

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New Vande Bharat Train! यात्रियों के लिए खुशखबरी! अब इस रूट पर भी चलेगी वन्दे भारत ट्रेन, देखें रूट और अन्य डिटेल्स

ताजा अपडेट के अनुसार, नई दिल्ली-आगरा वंदे भारत मेट्रो एक्सप्रेस का जुलाई माह में रेलवे सेक्शन पर ट्रायल किया जाएगा। मालूम हो कि आगरा और नई दिल्ली के बीच की दूरी लगभग 200 किलोमीटर है।

वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन से यात्रा को प्राथमिकता देने वालों के लिए खुशखबरी है। उत्तर प्रदेश से राष्ट्रीय राजधानी नई दिल्ली के लिए एक और वंदे भारत ट्रेन फर्राटा भरने वाली है। रिपोर्ट के मुताबिक, नई दिल्ली और आगरा के बीच यह ट्रेन चलेगी। आगरा-वंदे भारत मेट्रो एक्सप्रेस ट्रेन जल्द ही अपनी पहली यात्रा पर निकल सकती है। अगर स्पीड की बात करें तो आगरा-वंदे भारत मेट्रो ट्रेन 160 किमी/घंटा की गति से रफ्तार भरेगी। ऐसे में यह मौजूदा नई दिल्ली इंटरसिटी सर्विस को कड़ी टक्कर देती नजर आएगी।

नई दिल्ली-आगरा वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन में 16 कोच होंगे। बताया जा रहा है कि यह अपने अंतिम गंतव्य नई दिल्ली पहुंचने से पहले आगरा और लखनऊ स्टेशनों से गुजरेगी। मौजूदा अपडेट के अनुसार, नई दिल्ली-आगरा वंदे भारत मेट्रो एक्सप्रेस का जुलाई में रेलवे सेक्शन पर ट्रायल किया जाएगा। मालूम हो कि आगरा और नई दिल्ली के बीच की दूरी लगभग 200 किलोमीटर है। फिलहाल आगरा और नई दिल्ली के बीच चलने वाली इंटरसिटी ट्रेन सुबह 5.50 बजे कैंट स्टेशन से रवाना होती है। ऐसे में माना जा रहा है कि नई दिल्ली-आगरा वंदे भारत मेट्रो एक्सप्रेस ट्रेन की टाइमिंग भी सुबह की हो सकती है।

कवच सिस्टम पर रेलवे दे रहा जोर

दसअसल, भारतीय रेलवे अब 150 से 200 किमी की दूरी वाले शहरों के बीच वंदे भारत मेट्रो चलाने की तैयारी में है। इसी कड़ी में रेलवे बोर्ड की अध्यक्ष और मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) जया वर्मा सिन्हा ने अहम जानकारी दी। उन्होंने बताया कि बीते मंगलवार को पलवल और वृदावन के बीच वंदे भारत ट्रेन में कवच सिस्टम का ट्रायल किया गया। यह 160 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ने वाली 8 डिब्बों की वंदे भारत ट्रेन थी। सिन्हा ने खुद इसमें यात्रा करते समय कवच की क्षमता का आकलन किया। यह सफल रहा और ट्रेन कवच की मदद से लाल सिग्नल पर अपने आप रुक गई। ट्रेन ने लोको पायलट के हस्तक्षेप के बिना कवच की मदद से सभी गति प्रतिबंधों का पालन किया।

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