Home Lifestyle ऐसी स्त्रियाँ घर को बना देती हैं कंगाल! इन 4 बातों करें...

ऐसी स्त्रियाँ घर को बना देती हैं कंगाल! इन 4 बातों करें स्त्रियों के चरित्र की पहचान

0
Such women make the house poor! Identify the character of women by these 4 things

आचार्य चाणक्य ने नीति शास्त्र के बड़े ज्ञाता माने जाते है। उन्होने अपना नीति के प्रयोग से राज की सत्ता तक को पलट दिया था। उन्हें राजनीति के साथ साथ जिंदगी के बारे में अच्छा ज्ञान था। उन्होने अपनी नीतिशास्त्र में भी इंसान के अचारण से होने वाले प्रभावों का बखान किया है। ये सभी बातें ‘चाणक्य नीति’ नाम के शास्त्र में संकलित की गई है। ऐसी ही जानकारी स्त्रियों के स्वभाव के बारे में बताई है। आइए जानते है कौन सी स्त्रियों के आने से जिंदगी बन सकती है।

कहा जाता है स्त्रियां घर के लिए लक्ष्मी की तरह होती हैं। जो घर में अपने गुणों से बरकत भी ले आती हैं। लेकिन कुछ स्त्रियों के घर पर प्रवेश करते ही घर की लक्ष्मी बाहर जाने लगती है। यदि घर की स्त्री का आचरण सही न हो तो, जीवन नरक के समान हो जाता है. इसके साथ ही पूरा परिवार भी बर्बाद हो जाता है। आचार्य चाणक्य ने ऐसी स्त्री से हमेशा दूर रहने के संकेत दिए हैं।

ऐसी स्त्री जिसे कोई ज्ञान न हो

आचार्य चाणक्य के अनुसार घर के लिए ऐसी स्त्रियां कलह का कारण बनती है जिनसे बात करने की तमीज ना हो, उसे इस बात का भी ज्ञान हो कि वह कार्य करने योग्य है या नहीं। मूर्ख शिष्य को उपदेश देना भैंस के आगे बीन बजाने के बराबर है।

कड़वे बोल

चाणक्य नीति के अनुसार, कड़वे बोल एक जहरीले निकलने वाले तीर के समान है जिसके भेदने से जान निकल जाती है। कड़वे बोल बोलने वाली स्त्री, और दुष्ट स्वभाव वाला मित्र, सांप के समान होते हैं. ऐसे लोगों से बचकर रहना चाहिए, वरना जिंदगी नरक बन जाती है।

दृष्ट स्त्री

जिस घर में दृष्ट स्वभाव की होती हैं, उस घर में हमेशा कलह बना रहता है। घर में अशांति बनी रहती है। ऐसी स्त्री कभी सुधर नहीं सकती और उस पर किसी का वश नहीं चलता है।

धन की बचत

चाणक्य की नीति के अनुसार जो महिला घर पर पैसों की बचत नही करती है वो घर को नरक बना देती है। ऐसी स्त्रियों से हमेशा दूर रहना चाहिए। बुद्धिमान व्यक्ति को बुरे समय के लिए थोड़ा धन अवश्य बचाकर रखना चाहिए।

 Read Also: World Cup 2023 : टीम इंडिया के लिए आखिरी वर्ल्ड कप खेलेंगे ये 5 धुरन्धर, लिस्ट में शामिल हैं कप्तान समेत से धुरन्धर

Exit mobile version