इसलिए मुम्बई इंडियंस की तरफ से नीता अम्बानी को चलनी पड़ी तगड़ी चाल, उठाना पड़ा शख्त कदम नहीं तो इस बार भी हो सकता था बंटाधार, इसलिए अब हार्दिक पांड्या को मुंबई इंडियंस की कप्तानी सौंपी गयी है। रोहित शर्मा के T20 क्रिकेट के आंकड़ों से संजय मांजरेकर खुश नहीं हैं। मेरे लिए एक बल्लेबाज के रूप में उनका टी20 क्रिकेट सवालिया निशान है। वनडे फॉर्मेट में वे अलग बल्लेबाज हैं, लेकिन वो अलग बात है।
आईपीएल 2024 की तैयारी मुंबई इंडियंस ने अलग अंदाज में की। पहले उन्होंने हार्दिक पांड्या को गुजरात टाइटन्स से लिया और फिर उन्हें कप्तान भी नियुक्त कर दिया। वहीं, पांच बार खिताब जिता चुके रोहित शर्मा को उन्होंने एकाएक कप्तानी से हटा दिया। वे सिर्फ एक बल्लेबाज के तौर पर आईपीएल में खेलेंगे। हालांकि, मैनेजमेंट ने कहा है कि रोहित शर्मा टीम में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते रहेंगे। हालांकि, टीम के फैसले से लाखों फैंस और तमाम पूर्व क्रिकेटर और क्रिकेट एक्सपर्ट नाखुश हैं और उन्होंने इसकी आलोचना भी की, लेकिन पूर्व क्रिकेटर संजय मांजरेकर का कुछ और ही कहना है।
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ऐसा भी नहीं है कि हार्दिक पांड्या नए नवेले कप्तान हैं, उन्होंने दो साल गुजरात टाइटन्स की कप्तानी की है। गुजरात को एक सीजन में उन्होंने चैंपियन बनाया था और दूसरे सीजन में टीम फाइनल में पहुंची थी और आखिरी गेंद पर चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाफ मुकाबला हार गई थी। कप्तान के तौर पर और एक बल्लेबाज के तौर पर भी पिछले कुछ साल रोहित शर्मा के लिए आईपीएल में अच्छे नहीं रहे। यहां तक कि आखिरी बार 2019 में उन्होंने 400 रनों का मार्क क्रॉस किया था। इसके बाद से वे 332, 381, 268 और 332 रन ही अगले टूर्नामेंट्स में बना सके हैं। इसी को मांजरेकर ने उठाया।
भारत और साउथ अफ्रीका के बीच जारी वनडे सीरीज के दूसरे मुकाबले के दौरान संजय मांजरेकर ने हॉटस्टार पर कमेंट्री के दौरान कहा, “ईशान किशन को जब से एमआई ने मोटी रकम में खरीदा है, उससे पहले भी वे उसी तरह की फॉर्म में थे। टिम डेविड अभी भी किरोन पोलार्ड की जगह भरने की कोशिश कर रहे हैं। फॉर्म के मामले में एक खिलाड़ी जिस पर आप भरोसा कर सकते हैं, जिस खिलाड़ी से आप अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद कर सकते हैं, वह सूर्यकुमार यादव हैं। मेरे लिए, एक बल्लेबाज के रूप में रोहित शर्मा, टी20 क्रिकेट में एक प्रश्नचिह्न हैं।
जिस तरह से उन्होंने पचास ओवर के विश्व कप में खेला, उससे उम्मीद जगी है, लेकिन यह पूरी तरह से अलग प्रारूप है, जब आप जानते हैं कि आपके पास पचास ओवर हैं। वे उसी अंदाज में बल्लेबाजी करते हैं। गेंदबाज भी 50 ओवरों में अलग तरह से गेंदबाजी करते हैं।”