दिल्ली सरकार के सीएम श्री स्कूलों की प्रवेश परीक्षा अब 6 सितंबर की बजाय 13 सितंबर 2025 को होगी। यह परीक्षा कक्षा 6, 7 और 8 के लिए है, जिसमें OMR आधारित प्रश्न होंगे। एडमिट कार्ड 10 सितंबर से मिलेंगे। ये स्कूल आधुनिक सुविधाओं और NEP 2020 पर आधारित हैं।
नई दिल्ली: दिल्ली सरकार ने अपने नए और आधुनिक सीएम श्री स्कूलों में दाखिले के लिए प्रवेश परीक्षा का शेड्यूल बदल दिया है। अब यह परीक्षा पहले की तारीख 6 सितंबर के बजाय 13 सितंबर को होगी। शिक्षा निदेशालय (DoE) के मुताबिक, इस टेस्ट के लिए एडमिट कार्ड 10 सितंबर से उपलब्ध होंगे, जो पहले 23 अगस्त को जारी होने वाले थे।
परीक्षा का तरीका और समय
यह प्रवेश परीक्षा कक्षा 6, 7 और 8 के लिए होगी, जो हिंदी और अंग्रेजी दोनों भाषाओं में OMR (ऑप्टिकल मार्क रिकग्निशन) फॉर्मेट में होगी। इसमें हिंदी, अंग्रेजी, सामान्य जागरूकता, मानसिक क्षमता और गणितीय योग्यता से जुड़े सवाल होंगे। परीक्षा 150 मिनट यानी 2.5 घंटे की होगी। खास जरूरतों वाले बच्चों को अतिरिक्त समय दिया जाएगा। शिक्षा निदेशालय ने बताया कि चुने गए छात्रों की अंतिम सूची 10 सितंबर को जारी होगी और दाखिला प्रक्रिया सितंबर के मध्य तक पूरी हो जाएगी।
कौन दे सकता है परीक्षा?
सीएम श्री स्कूलों में आधी सीटें सरकारी और सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों के छात्रों के लिए आरक्षित हैं। इनमें दिल्ली सरकार, दिल्ली नगर निगम, नई दिल्ली नगर परिषद, केंद्रीय विद्यालय और नवोदय विद्यालय के छात्र शामिल हैं। इसके अलावा, एससी, एसटी, ओबीसी (नॉन-क्रीमी लेयर) और विशेष जरूरतों वाले बच्चों को दाखिले में 5 फीसदी की छूट मिलेगी।
सीएम श्री स्कूलों की खासियत
सीएम श्री स्कूल दिल्ली सरकार की एक नई पहल है, जिसका मकसद सरकारी शिक्षा को और मजबूत करना है। इन स्कूलों का ऐलान 2025-26 के दिल्ली बजट में किया गया था, जिसमें इसके लिए 100 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। ये स्कूल केंद्र सरकार के पीएम श्री स्कूलों की तर्ज पर बनाए जा रहे हैं और राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020 के अनुसार चलाए जाएंगे। इन स्कूलों में आधुनिक सुविधाएं होंगी, जैसे:
एआई-पावर्ड लाइब्रेरी: किताबों के साथ टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल।
स्मार्ट क्लासरूम: ऑगमेंटेड और वर्चुअल रियलिटी टूल्स के साथ पढ़ाई।
रोबोटिक्स लैब: बच्चों को टेक्नोलॉजी और विज्ञान की नई दुनिया से रूबरू कराने के लिए।
बायोमेट्रिक अटेंडेंस सिस्टम: आधुनिक तरीके से हाजिरी।
सौर ऊर्जा और जीरो-वेस्ट प्रैक्टिस: पर्यावरण को बचाने के लिए सोलर पावर और कचरा-मुक्त व्यवस्था।
क्या होगा इन स्कूलों में पढ़ाई का तरीका?
इन स्कूलों में पढ़ाई NEP 2020 और नेशनल करिकुलम फ्रेमवर्क 2023 के हिसाब से होगी। यहां बच्चों को किताबी ज्ञान के साथ-साथ अनुभव और सवाल-जवाब के जरिए पढ़ाया जाएगा। दिल्ली बोर्ड ऑफ स्कूल एजुकेशन को बंद करने के बाद ये स्कूल सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन (CBSE) से संबद्ध होंगे।
सीएम श्री स्कूल की खासियत क्या है?
सीएम श्री स्कूल दिल्ली सरकार का एक नया और महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट है, जिसका उद्देश्य बच्चों को विश्वस्तरीय शिक्षा और आधुनिक सुविधाएं देना है। ये स्कूल सरकारी शिक्षा को और बेहतर बनाने के लिए शुरू किए गए हैं, जहां बच्चों को स्मार्ट क्लासरूम, रोबोटिक्स लैब, और पर्यावरण के अनुकूल सुविधाओं के साथ पढ़ने का मौका मिलेगा। इन स्कूलों का ढांचा राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के हिसाब से बनाया गया है, ताकि बच्चे नई तकनीक और अनुभव आधारित शिक्षा के जरिए भविष्य के लिए तैयार हो सकें। (PTI)