ITR Filing: आयकर रिटर्न (ITR) दाखिल करना न केवल एक कानूनी दायित्व है बल्कि एक नागरिक की जिम्मेदारी भी है। यह देश के विकास में उनके योगदान को दर्शाता है.
ITR Filing: टैक्स सरकार की आय का मुख्य स्रोत है और इसका एक बड़ा हिस्सा इनकम टैक्स से आता है। ज्यादातर लोग सोचते हैं कि इनकम टैक्स रिटर्न दाखिल करना सिर्फ एक कानूनी बाध्यता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इसके कई फायदे भी हैं.
जानिए इनकम टैक्स रिटर्न (ITR) फाइल करने के फायदे –
- जुर्माने से बचाता है: आयकर रिटर्न दाखिल करना उन व्यक्तियों के लिए अनिवार्य है जिनकी आय आयकर विभाग द्वारा निर्धारित सीमा से अधिक है। जिनकी आय टैक्स के दायरे में आती है वे समय पर अपना रिटर्न दाखिल करके जुर्माने और कानूनी कार्यवाही से बच सकते हैं।
- टैक्स रिफंड दावे के लिए आईटीआर जरूरी: यदि आपने टीडीएस (स्रोत पर कर कटौती) या अग्रिम कर भुगतान के माध्यम से आवश्यकता से अधिक कर का भुगतान किया है, तो आप रिटर्न दाखिल करके रिफंड का दावा कर सकते हैं। यह विशेष रूप से फायदेमंद साबित हो सकता है यदि आपके पास ऐसे निवेश या खर्च हैं जो छूट के दायरे में आते हैं। अगर किसी की आय टैक्स के दायरे में नहीं आती है, फिर भी किसी कारण से उसका टीडीएस कट जाता है। ऐसे में अगर उसे अपना रिफंड चाहिए तो इसके लिए आईटीआर भरना जरूरी है. यानी टैक्स रिफंड क्लेम करने के लिए आपको आईटीआर दाखिल करना जरूरी है.
- वित्तीय उत्पादों तक पहुंच: कई वित्तीय संस्थान, जैसे बैंक और एनबीएफसी (गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियां) ऋण स्वीकृत करने के लिए आय प्रमाण के रूप में आईटीआर मांगते हैं। रिटर्न दाखिल करने की आदत आपकी विश्वसनीयता बढ़ाती है, जिससे आपको ऋण, क्रेडिट कार्ड और अन्य वित्तीय उत्पाद मिलने की संभावना बढ़ जाती है।
- कटौती और छूट का लाभ: रिटर्न दाखिल करके आप आयकर अधिनियम के तहत उपलब्ध कटौती और छूट का लाभ उठा सकते हैं। जैसे, आप कर-बचत उपकरणों (भविष्य निधि, ईएलएसएस) में निवेश पर, बीमा प्रीमियम के भुगतान पर, धर्मार्थ संगठनों को दान पर, और गृह ऋण और शिक्षा-संबंधित खर्चों पर छूट का लाभ उठा सकते हैं।
- जांच से बच सकते हैं: नियमित रूप से रिटर्न दाखिल करने से आप आयकर विभाग द्वारा की जाने वाली जांच से बच सकते हैं। यह आपके वित्त से संबंधित मामलों में पारदर्शिता बनाए रखने में भी मदद करता है।
- वित्तीय योजना: आयकर रिटर्न दाखिल करने से आपके वित्तीय लेनदेन, आय के स्रोत और कर देनदारियों का पूरा रिकॉर्ड मिलता है। यह जानकारी वित्तीय योजना, बजट बनाने और निवेश निर्णय लेने में बहुत उपयोगी है।
- सरकारी लाभ: कुछ सरकारी कल्याणकारी योजनाओं और सब्सिडी के लिए आय के प्रमाण की आवश्यकता होती है, जिसे आयकर रिटर्न के माध्यम से दिखाया जा सकता है। रिटर्न दाखिल करके, आप सरकार द्वारा प्रदान किए जाने वाले विभिन्न सामाजिक सुरक्षा लाभों और सब्सिडी के लिए पात्र बन जाते हैं।
- बीमा कवर के लिए भी जरूरी है आईटीआर: अगर आप ज्यादा बीमा कवर चाहते हैं या 1 करोड़ रुपये तक का टर्म प्लान चाहते हैं तो बीमा कंपनियां आपसे आईटीआर मांगती हैं। बीमा कंपनियां किसी व्यक्ति की आय के स्रोत और उसकी पुनर्भुगतान स्थिति की जांच करने के लिए आईटीआर की मांग करती हैं।
- वीजा के लिए आईटीआर जरूरी: अगर आप किसी दूसरे देश में जाने का प्लान बना रहे हैं तो इसके लिए आपको सबसे पहले वीजा लेना होगा। वीजा के लिए आवेदन करते समय कई देश आपसे इनकम टैक्स रिटर्न मांगते हैं। आपके देश में वीज़ा देने के लिए वीज़ा अधिकारी आपसे 3 से 5 साल का आईटीआर मांग सकते हैं। आईटीआर के जरिए वीजा अधिकारी यह जांचते हैं कि जो व्यक्ति उनके देश आ रहा है या आना चाहता है उसकी आर्थिक स्थिति क्या है और क्या वह वहां रहने का खर्च उठा सकता है।
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