Zurich Diamond League: वर्ल्ड चैंपियन और ओलंपिक गोल्ड मेडलिस्ट नीरज चोपड़ा ने शुक्रवार की सुबह ज्यूरिख में पुरुषों की भाला फेंक प्रतियोगिता में 85.71 मीटर के सर्वश्रेष्ठ थ्रो के साथ दूसरा स्थान हासिल किया। चोपड़ा, जिन्होंने हाल ही में विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप में भारत के लिए पहला स्वर्ण पदक जीता था, वह अपने डायमंड लीग के खिताब को डिफेंड करने में असफल रहे।
इस बार चेक गणराज्य के जैकब वडलेज्च ने उनसे मात्र 15 सेंटीमियर दूर भाला फेंक गोल्ड पर कब्जा जमाया। जैकब ने 85.86 मीटर के बेस्ट थ्रो के साथ गोल्ड मेडल जीता। वहीं जर्मनी के जूलियन वेबर 85.04 मीटर के सर्वश्रेष्ठ थ्रो के साथ तीसरे पायदान पर रहे।
सिल्वर मेडल जीतने के बाद नीरज चोपड़ा ने कहा ‘स्वस्थ रहना महत्वपूर्ण था, इसलिए मैंने ज्यादा जोर नहीं लगाया। मैं केवल कुछ सेंटीमीटर से रह गया, यह मैं जानता हूं। हमें खेल में परिणाम को स्वीकार करना होगा।’
नीरज ने इवेंट की शुरुआत 80.79 मीटर के थ्रो के साथ की। लिथुआनिया के एडिस माटुसेविसियस ने 81.62 मीटर के थ्रो के साथ बढ़त बनाई। दूसरे प्रयास में चेक गणराज्य के जैकब वाडलेज्च ने 83.46 मीटर का ठोस थ्रो फेंका, जिससे एडिस और नीरज एक-एक स्थान नीचे खिसक गए। नीरज का दूसरा प्रयास फाउल रहा, जिससे वह तीसरे नंबर पर रहे। फिर, जर्मनी के जूलियन वेबर ने 84.75 मीटर दूर थ्रो लगाया। नतीजा यह हुआ कि नीरज 5वें नंबर पर खिसक गए। वेबर ने दूसरे राउंड की समाप्ति के बाद टॉप पर रहे, वहीं नीरज 5वें स्थान पर बने रहे। नीरज का तीसरा प्रयास भी फाउल रहा, जिससे वह पांचवें स्थान पर रहे। वेबर ने तीसरे राउंड की समाप्ति अपनी बढ़त बरकरार रखी।
चौथे प्रयास में चेक गणराज्य के जैकब ने 85.86 मीटर के थ्रो के साथ बढ़त बना ली। वहीं नीरज ने भी इस बार भरपूर जोर लगाया और चौथे प्रयास में 85.22 मीटर की दूरी तय कर दूसरा पायदान हासिल किया।
नीरज का पांचवां थ्रो फाउल रहा यह उनकी इस प्रतियोगिता का तीसरा फाउल था। हालांकि इसके बावजूद वह टॉप-2 में बने रहे, वहीं जैकब ने पहले पायदान पर अपनी पकड़ कायम रखी।
आखिरी थ्रो में नीरज चोपड़ा 85.71 मीटर की दूरी तय करने में कामयाब रहे, मगर वह मामूली अंतर के साथ गोल्ड मेडल को डिफेंड करने से चूक गए। इस बार डायमंड लीग में उन्हें सिल्वर मेडल से ही संतोष करना पड़ा।