Home Finance Vande Metro: यात्रियों के लिए अच्छी खबर! जुलाई से इन रुट्स पर...

Vande Metro: यात्रियों के लिए अच्छी खबर! जुलाई से इन रुट्स पर दौड़ेगी Vande Metro, जल्दी देखे रुट्स

0
Vande Metro: यात्रियों के लिए अच्छी खबर! जुलाई से इन रुट्स पर दौड़ेगी Vande Metro, जल्दी देखे रुट्स

भारतीय रेलवे जल्द ही वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन की तर्ज पर वंदे मेट्रो ट्रेन की शुरुआत करने जा रहा है। जुलाई में वंदे मेट्रो की ट्रायल की जाएगी।

भारत में वंदे भारत ट्रेन के बाद जल्द ही वंदे मेट्रो पटरी पर दौड़ने वाली है। IRCTC एक के बाद एक रेलवे में बदलाव कर रहा है। हाल ही में तेज रफ्तार से दौड़ने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन की सौगात देने के बाद अब भारतीय रेलवे वंदे मेट्रो का तोहफा देने की तैयारी कर रहा है। जानकारी के अनुसार वंदे मेट्रो जुलाई से पटरियों पर दौड़ने लगेगी।

जुलाई में इंडियन रेलवे कम दूरी के लिए वंदे मेट्रो ट्रेन की ट्रायल शुरू करने जा रहा है। वंदे भारत स्लीपर ट्रेन हजार किलोमीटर से भी ज्यादा की दूरी आसानी से तय कर लेती है तो वहीं मेट्रो इंटरसिटी की तर्ज पर 100 से 250 किमी की दूरी तय करते हुए दो शहरों को जोड़ेगी।

124 शहरों को जोड़ेगी वंदे मेट्रो

रेलवे अधिकारियों की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार वंदे मेट्रो ट्रेनें लगभग 124 शहरों को जोड़ेंगी। वंदे मेट्रो शुरुआत में लखनऊ-कानपुर, आगरा-मथुरा, दिल्ली-रेवाड़ी, भुवनेश्वर-बालासोर और तिरूपति-चेन्नई वाले रूट पर दौड़ेगी। वहीं बिहार के भागलपुर से पश्चिम बंगाल के हावड़ा के बीच भी वंदे मेट्रो ट्रेन चलने की खबर चर्चा में है।

मई तक तैयार होगी पहली वंदे मेट्रो

खबरें सामने आ रही है कि मई तक भारत की पहली वंदे मेट्रो तैयार कर ली जाएगी। यह पूरी तरह से एसी कोच होगी। यह 130 किलोमीटर प्रति घंटे की अधिकतम रफ्तार से भागेगी। इसके अलावा एक कोच में करीब 280 लोग सफर कर सकेंगे। इसमें 100 लोगों के बैठने की व्यवस्था की जाएगी। इसके अलावा 180 के करीब लोग आसानी से खड़े रहकर सफर कर पाएंगे।

रेलवे अधिकारी ने बताया कि वंदे मेट्रो से उन लोगों के लिए सफर करना काफी आसान हो जाएगा, जो रोजाना एक शहर से दूसरे शहर काम के सिलसिले में जाते हैं। उन्होंने कहा, “ये ट्रेनें बार-बार रुकने के साथ हाई स्पीड से चलेंगी। इनमें से प्रत्येक ट्रेन में 12 कोच और साइड सीटों के साथ बड़े ऑटोमेटिक दरवाजे होंगे। यात्रियों को खड़े होने के लिए ज्यादा जगह मिलेगी। रेलवे ने लगभग 400 ऐसी ट्रेनें तैयार करने की योजना बनाई है।”

इसे भी पढ़े-

Exit mobile version